इधर मूल्यांकन तो उधर बहिष्कार को हुई तैयारी
जागरण संवाददाता, एटा : बोर्ड परीक्षा 2015 की उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन की शुरूआत इस बार भी फजीहत
जागरण संवाददाता, एटा : बोर्ड परीक्षा 2015 की उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन की शुरूआत इस बार भी फजीहत के साथ होती नजर आ रही है। एक ओर माध्यमिक शिक्षा विभाग व मूल्यांकन केंद्र प्रभारियों ने मूल्यांकन संबंधी व्यवस्थाओं को पूरा करने में दिन बिताया। तो दूसरी ओर विभिन्न शिक्षक संगठनों ने मूल्यांकन बहिष्कार को लेकर रणनीति तैयार की है।
30 मार्च से मुख्यालय पर बोर्ड द्वारा बनाए गए पांच मूल्यांकन केंद्रों पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य परीक्षकों को बोर्ड द्वारा जारी निर्देश देने तथा उप प्रधान परीक्षकों द्वारा मॉडल कापियों का मूल्यांकन कर होना है। ऐसी स्थिति में निर्धारित मूल्यांकन केंद्रों पर बोर्ड से प्राप्त कापियों को विषयों के अनुरूप व्यवस्थित करने तथा मूल्यांकन संबंधी पत्रावलियों को विधिवत तैयार किया जाता रहा। हालांकि मूल्यांकन बहिष्कार को लेकर अधिकारी भी पूरी निगरानी करने के साथ ही वैकल्पिक इंतजामों में जुटे हैं। उधर माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट की जिलाध्यक्ष डॉ. विनीता तिवारी व जिलामंत्री विवेक प्रताप सिंह सहित अन्य पदाधिकारी तीन दिवसीय मूल्यांकन बहिष्कार को लेकर विद्यालय स्तरीय संगठन समितियों से संपर्क बनाए रहे। वहीं प्रधानाचार्य परिषद ने भी मूल्यांकन बहिष्कार का समर्थन किया है।
ठकुरई गुट ने भी की बैठक
माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुरई गुट की बैठक रामप्रकाश तिवारी जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में उनके आवास पर हुई। जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय न देने जैसे वायदे से मुकरने पर रोष जताया गया। वहीं मतभेद भुलाकर वित्तविहीन शिक्षकों के हित में उन्हें मानदेय दिलाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया। प्रांतीय उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह यादव ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं। सरकार उन्हें मानदेय देने की गारंटी ले। अन्यथा मूल्यांकन का बहिष्कार किया जाएगा। बैठक में प्रांतीय पदाधिकारी रक्षपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, रामविलास मिश्रा, ओमकार सिंह चौहान, तहसीलदार सिंह, रामसेवक शर्मा, नरेश यादव, डंबर सिंह, बीडी पचौरी, सुभाष गुप्ता, रामप्रकाश यादव, अमोल सिंह यादव सहित अन्य शिक्षक, पदाधिकारी मौजूद थे।
पूर्व प्रांतीय महामंत्री भी जमकर बरसे
ठकुरई गुट के पूर्व प्रांतीय महामंत्री गुमान सिंह यादव ने भी अपने सुनहरी नगर आवास पर मूल्यांकन के बहिष्कार को लेकर आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 28 वर्षो से वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय नहीं मिल रहा। विनियमितीकरण और पेंशन लाभ की व्यवस्था भी नहीं है। अपने को शिक्षक संघ बताने वाले शिक्षक नेता शिक्षक हितों को छोड़कर एमएलसी चुनाव तक सीमित रह गए हैं। अब समय है कि वित्तविहीन शिक्षकों के लिए संघर्ष किया जाए। एक या तीन दिन मूल्यांकन बहिष्कार सिर्फ गुमराह करना है। वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय दिलाने के लिए मूल्यांकन का पूर्ण बहिष्कार होना चाहिए, जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी न करे। इस मामले पर आर-पार की लड़ाई शिक्षकों को साथ लेकर लड़ी जाएगी। इस दौरान विजेंद्र सिंह यादव, अभिलाख सिंह, अनिल यादव, डा. नंदलाल यादव, राजकुमार बघेल, डा. रामनिवास, रमेश यादव, आशाराम वर्मा, उमेश यादव, रनवीर सिंह, आर. बी. सिंह, डी. के. सिंह, रामप्रकाश यादव आदि शिक्षक नेता मौजूद थे।