अभी तो बेपटरी दौड़ रही ट्रेन
जागरण संवाददाता, एटा (कासगंज): कासगंज-बरेली का रेलवे ट्रैक का फिलहाल दूर टिमटिमाते दिए जैसा है। लाइ
जागरण संवाददाता, एटा (कासगंज): कासगंज-बरेली का रेलवे ट्रैक का फिलहाल दूर टिमटिमाते दिए जैसा है। लाइन बिछ चुकी है मगर ट्रेन इस समय पटरी पर नहीं बल्कि कागजों में दौड़ रही है। हर निरीक्षण में खामियों की नई रेल सामने आ जाती है जिससे ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा। निर्माण का निर्धारित समय बीते एक साल से अधिक हो चुका है।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा कासगंज-बरेली टै्रक पर काम पूरा होने का दावा करने के साथ शीघ्र ही ट्रेन दौड़ाने की बात कह रहे हो, लेकिन उच्च अधिकारी टै्रक पर ट्रेनों के संचालन को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहे। सीआरएस अपने निरीक्षण का कार्यक्रम तय नहीं कर रहे हैं। ऐसे में ट्रेन के संचालन की पहल महज औपचारिकता साबित हो रही है।
कासगंज से बरेली मीटरगेज मार्ग को ब्राडगेज में परिवर्तित करने का काम बीते दो वर्षो से चल रहा है। कार्य पूरा करने का अनुबंध एक वर्ष का था लेकिन कभी बाढ़ तो कभी पैसे के अभाव में इस अनुबंध के समय को तोड़ दिया। धीमे-धीमे धन मिलता गया तो काम भी उसी गति से चला। 275 करोड़ की योजना से तैयार किए जा रहे इस टै्रक पर रेलवे ने पूरी तरह दावा कर दिया है कि काम पूरा हो चुका है लेकिन उच्चाधिकारी इस मार्ग पर ट्रेनों के संचालन को लेकर गंभीर नहीं है। दो दिन पूर्व बरेली में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कासगंज-बरेली टै्रक पर ब्राडगेज मार्ग का काम पूरा होने की बात कही और संभावना जताई कि शीघ्र दक्षिण से उत्तर तक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। लेकिन मुख्य संरक्षा आयुक्त कासगंज बरेली ट्रैक पर निरीक्षण के लिए तिथि निर्धारित नहीं कर रहे। इससे इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन नहीं हो पा रहा।
खोखली साबित हुई घोषणा
बीते एक पखवाड़े पूर्व इज्जत नगर मंडल के रेल प्रबंधक चंद्रमोहन जिंदल ने बरेली-कासगंज टै्रक का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अपूर्ण काम पूर्ण करने के निर्देश दिए और संभावना जताई कि मार्च के अंतिम सप्ताह में सीआरएस का निरीक्षण हो जाएगा। उसके बाद अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में टै्रक पर ट्रेनें चलाई जाएंगी।
कैसे पहुंचे पूर्णागिरि
इन दिनों माता पूर्णागिरि के दर्शन को कासगंज एटा सहित तमाम क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे हैं। जब इस ट्रैक पर ट्रेनें चलती थीं तब पूर्णागिरि स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाती थी। उस समय मैया के भक्त राहत महसूस करते थे लेकिन ट्रैक पर ट्रेन नहीं चलने से बसों से यात्रा करने में लोग कतरा रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं कि कासगंज बरेली टै्रक पर ट्रेनों का संचालन हो तो माता रानी के दर्शन को जाएं। श्रद्धालु राकेश कुमार, मनोज सोलंकी, अभिषेक चौहान कहते हैं कि वह पूर्णागिरि माता के दर्शन को बेताब है लेकिन बस से यात्रा मुश्किल होती है और ट्रेनों का संचालन नहीं हो रहा है।
अभी तक नहीं मिल पा रहा समय
इज्जतनगर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि मार्च में मुख्य संरक्षा आयुक्त का निरीक्षण होना था लेकिन कोई तिथि निर्धारित नहीं हुई। अभी भी कोई तिथि नहीं दी है, जब तक उनका निरीक्षण नहीं होता तब तक कासगंज-बरेली टै्रक पर ट्रेन नहीं दौड़ सकेगी।