किसानों को राहत देगी जायद की खेती
जागरण संवाददाता, एटा (कासगंज): बीते दिनों प्रकृति की मार से परेशान किसानों को जायद की फसल राहत प्रदा
जागरण संवाददाता, एटा (कासगंज): बीते दिनों प्रकृति की मार से परेशान किसानों को जायद की फसल राहत प्रदान करेगी। रबी की फसल कटने के बाद किसान जायद की फसलों की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि बीज को शोधित कर स्वयं तैयार करें और उत्पादन बढ़ाएं। इससे रबी फसलों की भरपाई जायद की फसलें कर सकेंगी।
खेत खाली होने लगे हैं और किसान जायद अभियान की शुरूआत कर रहे हैं। ऐसे में विशेष ध्यान रखना होगा कि रसायनों का संतुलित प्रयोग करें जिससे खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ सके। जिला कृषि अधिकारी राकेश कुमार राय देते है कि किसान भाई फसल चक्र के आधार पर ही फसल की बुवाई करें, जिससे उत्पादन बढ़ सके। उन्होंने बताया कि किसान जैसे ही रबी की कटाई पूर्ण करें तदुपरांत खेतों में कंपोस्ट खाद का प्रयोग करें।
उन्होंने बताया कि बाहरी बीज लेने से अच्छा है कि किसान स्वयं अपने बीज को तैयारी करें। स्वयं तैयार किए जाने वाला बीज दो वर्ष तक अच्छा उत्पादन देता है। यह बीज तब तैयार किया जा सकता है जब विशेषज्ञों की राय से मक्का, बाजरा, उड़द सहित जायद के सभी बीज कीटनाशक दवाओं से शोधित किए जाएं। कृषि विभाग के विशेषज्ञ राजकुमार बताते हैं कि किसान हारवेस्टर मशीनों से गेहूं, जौ की फसल की कटाई नहीं कराएं। इन मशीनों की कटाई से पहले तो भूसे की कमी होगी और फिर गेहूं एवं जौ मशीनों के माध्यम से कम हो जाएगा।