हड़ताल पर रहे अधिवक्ता, खंडपीठ पर जोर
जागरण संवाददाता, एटा: मई-जून के महीने में सुबह की कोर्ट कराने के लिए अधिवक्ता शनिवार को पूर्ण दिवस न
जागरण संवाददाता, एटा: मई-जून के महीने में सुबह की कोर्ट कराने के लिए अधिवक्ता शनिवार को पूर्ण दिवस न्यायिक कार्य से विरत रहे। वहीं आगरा में हाईकोर्ट खंडपीठ स्थापना की मांग फिर मुखर की।
बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के निर्देशों के क्रम में हुई बैठक में पारित प्रस्ताव के तारतम्य में शनिवार को अधिवक्ता कलक्ट्रेट व दीवानी परिसर स्थित अपने चैंबरों में तो पहुंचे लेकिन पूर्ण दिवस हड़ताल के निर्णय के चलते किसी भी अदालती कार्यवाही का हिस्सा नहीं लिया। ऐसे में अदालतों ने वादकारियों से सीधे-सीधे उनका पक्ष सुना। इसके साथ ही बीती रात हुई गिरफ्तारियों के आरोपियों को सुनकर जमानत व जेल भेजे जाने की कार्रवाई की गई। हड़ताल की जानकारी होने के कारण अदालत परिसर में सिविल के मामलों में वादकारियों की संख्या सामान्य से कम रही है, परन्तु आपराधिक मामलों में वारंट जारी होने के भय से प्रत्येक कक्ष में आरोपी हाजिर रहे।
कलक्ट्रेट बार सभागार में आयोजित बैठक में बोलते हुए अध्यक्ष राकेश कुमार कंज और महासचिव सुनील यादव ने कहा कि मई-जून में सुबह की अदालतें होना पुरानी परंपरा चली आ रही है। जिसको बहाल कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष कु. सतेंद्र सिंह, पूर्व महासचिव राकेश यादव, एम.पी. शर्मा, महेश कुलश्रेष्ठ, संदीप मिश्रा, राजीव नारायण, राधेश्याम, नरेंद्र, सतेंद्र सिंह, द्विजेंद्र सिसोदिया, विनीत मिश्रा, नईम अहमद, अनीस खां, रवेंद्र यादव, निशांत पुंडीर, अनिल कुलश्रेष्ठ, दीपक शर्मा, सतेंद्र यादव, नीरज यादव, शिवराम सिंह, विनोद पचौरी, नरेश चौहान, आदेश कुमार सक्सैना, राजीव यादव, श्यामवीर सिंह यादव, देवेंद्र पांडेय समेत काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे।