प्रतिबंध बेअसर, दूज तक गूंजी पटाखों की गूंज
जागरण संवाददाता, एटा : दीपोत्सव पर आतिशबाजी की धूम-धड़ाम न हो, भला यह कैसे हो सकता है। इस बार भी दीपो
जागरण संवाददाता, एटा : दीपोत्सव पर आतिशबाजी की धूम-धड़ाम न हो, भला यह कैसे हो सकता है। इस बार भी दीपोत्सव को लेकर भारी मात्रा में पटाखा व्यवसायियों ने आतिशबाजी का स्टॉक किया। लोगों ने पटाखे चलाकर दीपावली की खुशियां मनाई। प्रशासनिक प्रतिबंधों के बावजूद वक्त बेवक्त भैया दूज शनिवार तक धूम-धड़ाम की आवाजों का क्रम बना रहा है।
दरअसल प्रतिवर्ष दीपावली पर जिला प्रशासन द्वारा पूजन समय से एक घंटा ऊपर तक पटाखे चलाने का आदेश निर्गत किया जाता है। इस बार भी प्रशासन के आलाधिकारियों ने पटाखे चलाने की समय सारणी जनता जनार्दन के लिए लागू कर दी थी जिसमें कहा गया था, सांय 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक ही लोग पटाखे चलाकर दीप पर्व मनाएंगे। देर रात्रि में यदि किसी प्रकार की इस बाबत शिकायत मिलती है तो संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई करने का भी प्रशासन द्वारा एलान किया गया था।
मगर इस सारे प्रशासनिक प्रतिबंधों को शहर के वासियों ने ठेंगा दिखा दिया। रात्रि दो बजे तक गली मुहल्लों में जमकर पटाखे चलाए गए। इनमें अधिकाशत: लोगों द्वारा तेज आवाज वाले पटाखों का इस्तेमाल गया। जिसके चलते सर्वाधिक परेशानी उन नवजात शिशुओं के माता-पिता को उठानी पड़ी। बीमार लोगों को भी पटाखे के शौकीनों की मनमानी के बीच खुद ही अपना बचाव पटाखों के शोर से और धुआं से करना पड़ा। त्योहार से पहले हादसों में कमी लाने के लिए जागरूकता के प्रयास भी इस साल हुए हादसों में वृद्धि से बौने नजर आए हैं। ऐसी स्थिति ने साफ कर दिया कि तेज आवाज और घातक पटाखों का जिले में खूब प्रयोग किया गया।