आगे बढ़ी जांच, 80 खातेदारों को नोटिस
जागरण संवाददाता, एटा: सकीट विकासखंड के गांव अंगदपुर स्थित डाकघर में मनरेगा के बजट को लेकर हुए बंदरबंाट में विभागीय संलिप्तता की पड़ताल जारी है। मामले को लेकर यहां पहुंची मंडलीय टीम के बाद आगे की जांच कार्रवाई अधीक्षक स्तर से कराई जा रही है। इसी के तहत 80 खातेदारों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्हें मंगलवार को बयान दर्ज कराने को बुलाया गया है।
मामला भले ही वर्ष 2010 से 2012 के मध्य का हो, लेकिन डाक विभाग अब उस समय हरकत में आया है, जब केंद्रीय सतर्कता आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया। दो दिन पहले आगरा से आई टीम द्वारा शिकायतकर्ता व मामले में शपथपत्र देने वाले लोगों के बयान दर्ज किए। इसके बाद टीम में शामिल जिले के डाक निरीक्षक प्रकाश चन्द्र द्वारा अंगदपुर डाकघर से अभिलेख भी अपने कब्जे में किए गए हैं, ताकि आगे की कार्रवाई शुरू की जा सके। इसी के तहत डाक अधीक्षक कार्यालय की ओर से अंगदपुर गांव के ऐसे 80 खातेदारों को फिलहाल नोटिस जारी किया गया है, जिनके खातों में बिना उनकी जानकारी के ही मनरेगा की धनराशि का जमा होना और निकासी का कार्य घोटालेबाज करते रहे। इन खातेदारों को भेजे गए नोटिस में उन्हें मंगलवार को गांव में ही बयान दर्ज कराने के लिए जांच अधिकारी द्वारा बुलाया गया है। इनके बयान दर्ज होने के उपरांत उन खातेदारों की भी तलाश की जाएगी, जिनके जॉबकार्ड दर्शाकर डाकघर में खाता भी खुला और यह लोग गांव के तो दूर आसपास के भी नहीं हैं। जांच अधिकारी द्वारा बताया गया है कि जल्द से जल्द विभाग अपनी रिपोर्ट आयोग को भेजने का प्रयास कर रहा है।
भूमिगत हुआ शिकायत कर्ता
मामले की जांच को मुख्यालय पर टीम आने के बाद शिकायतकर्ता राकेश व परिवारीजनों को धमकी दी जा रही हैं। शिकायतकर्ता के भाई शंकरभान सिंह ने बताया है कि दो दिन से भयभीत भाई का कोई पता नहीं है। फिलहाल सतर्कता आयोग से परिवार की सुरक्षा का आग्रह किया गया है।