अंतरात्मा से बढ़ा कोई मार्गदर्शक नहीं
जागरण संवाददाता, एटा: जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं जानता उसका जीवन व्यर्थ है। यह उद्गार जैनाचार्य ने पुरानी बस्ती स्थित बड़े जैन मंदिर में चल रहे प्रवचन कार्यक्रम में व्यक्त किए।
मंदिर में उपस्थित श्रावक श्राविकाओं को समय की महत्ता बताते हुए आचार्य सुंदर सागर ने कहा कि समय कभी भी नहीं रुकता है। अपनी गति से चलता रहता है। जो व्यक्ति समय के अनुसार नहीं चलते वह मिट जाते है। तंत्र मंत्र की क्रियाओं के प्रदर्शन से साधुओं के पास अपार भीड़ तो एकत्रित हो सकती है, परन्तु इनका मानवता की भलाई में प्रयोग न करने से उन साधु संतों को परम कष्ट का भागी बनना पड़ता है। उन्होने कहा कि प्रत्येक जीव को सदैव समाज उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। मुनि यशोधर सागर ने अपने प्रवचन में कहा कि अंतरात्मा से बढ़ा कोई मार्गदर्शक नहीं होता है।
मंदिर में गुलाब चंद्र जैन ने दीप प्रज्वलन व रीता जैन ने मंगलाचरण प्रस्तुति किया। शाम को आरती व सास्कृतिक कार्यक्रम हुए। इस दौरान नीरज जैन,मीनाक्षी जैन, कल्याणी जैन, मोनिका जैन, बॉबी जैन, दीपक जैन, प्रदीप जैन पूते, संजय जैन,कुलदीप जैन, कमलेश जैन एसबीआई, मंजू जैन मंत्राणी, विपिन जैन, हैप्पी जैन, अंबर जैन, उमेश जैन, सुनीता जैन, चित्रा जैन अंशुल जैन, आनंद जैन, संजीव जैन,शैलेंद्र जैन, सागर जैन, मोहित जैन, अजय जैन, अभिषेक जैन, राजेश जैन, उमेश जैन, अनुज जैन, राजकुमारी जैन, पूनम जैन, रानी जैन, सुमन जैन, संगीता जैन, मेघा जैन, विमला जैन, आशी जैन समेत कई श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।