छात्रवृत्ति की तरह मिले वोटरशिप पेंशन
जागरण संवाददाता, एटा: भारत की जनता को अब छात्रवृत्ति की भाति वोटरशिप भी मिलनी चाहिए, जो अत्यंत आवश्यक है और इस वोटरशिप से ही आम जनता का भला हो सकता है। जिससे अच्छा स्वास्थ्य, शिक्षा और अच्छा रहन-सहन एवं भारत को विश्व की शक्ति के रूप में स्थापित कर सकता है। यह विचार आर्थिक आजादी परिसंघ के नीति निदेशक भरत गांधी ने व्यक्त किए।
शहर के निधौली रोड स्थित शिवम वाटिका में राजनीति सुधारो अभियान के तहत हुई परिचर्चा में बोलते हुए उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई जन-धन योजना की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह जन-धन न होकर कर्ज धन योजना है। केंद्र सरकार यदि वास्तविकता में जनता की हितैषी है, तो उसको प्रत्येक वोटर को वोटरशिप के रूप में वेतन देना शुरू करना होगा। तब सही मायने में जनता के अच्छे दिन आयेंगे। परिचर्चा में फर्रूखाबाद से आये नरेश चंद्र सक्सेना जी कहा कि लोकतंत्र की परिभाषा राजनीति के अनुसार नहीं, बल्कि संविधान के अनुसार होनी चाहिए। जिससे भारत की आने वाली पीढी खुशहाल हो सके।
कार्यक्रम में सादेश ने कहा कि समानता लाये बिना देश में अमीरों के बीच बनी खाई पाटना संभव नहीं है। औरैया के पूर्व विधायक मेहर सिंह अंबाडी ने परिसंघ के नीतियों पर प्रकाश डाला तथा राजनीति सुधारो अभियान में जुटने का लोगों से आह्वान किया। पालिका अध्यक्ष राकेश गाधी ने भी वोटरशिप लागू कराने के लिए एकजुट होने पर बल दिया। अध्यक्षता राजेश व्याकुल ने की तथा संचालन अपराध निरोधक समिति केजिला सचिव प्रत्येंद्र पाल सिंह ने किया।
कार्यक्रम में देवेंद्र पाल सिंह, रामकुमार गुप्ता, प्रवेश कुमार, कुलदीप कश्यप, मदन यादव, सलीम खान, चुनमुन वाष्र्णेय, बबलू चक्रवर्ती, रामनरेश यादव, सरदार राजू सिंह, भानुप्रताप सिंह, दलवीर सिंह यादव, सुधा यादव, शिवेंद्रपाल सिंह, सूरज सक्सेना, घनश्याम सिंह, मनोज उपाध्याय, राजवीर सिंह, राकेश सिंह वर्मा, सुषमा श्रीवास्तव, शिवानी गुप्ता, मंजू जैन, अंजना गुप्ता आदि उपस्थित थे।