संस्था की सुस्ती में अटका अस्पतालों का निर्माण
जागरण संवाददाता, एटा: लोगों के इलाज का इंतजाम कार्यदायी संस्था की सुस्ती का शिकार हो गया। जनपद में चार सामुदायिक अस्पताल बनने थे, लेकिन तीन पर संस्था ने काम ही शुरू नहीं कराया। अब इस संस्था से काम वापस लेकर दूसरी संस्था के चयन की कार्रवाई की जा रही है।
बीते वित्त वर्ष में शासन ने जनपद में चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण को मंजूरी दी थी। इसके लिए जैथरा, अवागढ़, शीतलपुर और सकीट क्षेत्र को चयनित किया गया। निर्माण के लिए उ.प्र. समाज कल्याण निर्माण निगम लि. को नामित किया गया। एक अस्पताल के लिए पांच करोड़ रुपये के हिसाब से धनराशि भी अवमुक्त कर दी गई। संस्था ने पिछले दिनों सकीट क्षेत्र में तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू करा दिया। लेकिन अन्य तीनों स्थानों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई। शासन स्तर पर समीक्षा बैठकों में धीमी निर्माण गति पर असंतुष्टि जताते हुए संस्था को बदलने के निर्देश जारी कर दिए गए। इसके आधार पर स्थानीय अधिकारियों ने जैथरा, अवागढ़ और शीतलपुर क्षेत्र में सीएचसी बनवाने के लिए अन्य संस्थाओं से बात की। सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विस) की आगरा इकाई कार्य कराने के लिए तैयार भी हो गई। अब शासन का आदेश मिलते ही इस संस्था से कार्य शुरू कराया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसी पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक से सीएंडडीएस को नामित करने की अनुमति मांगी गई है। नई संस्था नामित होने पर कार्य में तेजी आने की उम्मीद है।