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अधर्म को रोकती हैं कथाएं: वेद प्रकाश

देवरिया : शहर के कसया रोड स्थित एक लान में प्रभु प्रेम मिशन के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय सत्सं

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 May 2017 11:52 PM (IST)Updated: Sat, 20 May 2017 11:52 PM (IST)
अधर्म को रोकती हैं कथाएं: वेद प्रकाश
अधर्म को रोकती हैं कथाएं: वेद प्रकाश

देवरिया : शहर के कसया रोड स्थित एक लान में प्रभु प्रेम मिशन के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय सत्संग व ध्यान शिविर को संबोधित करते हुए कथा वाचक गुरु वेद प्रकाश ने कहा कि कथा मनुष्य को अज्ञानता से ज्ञान की तरफ, अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाती है। यह अधर्म को रोकती है, मन के नकारात्मक विकारों का शमन कर व्यक्ति के अंदर आध्यात्मिक संचेतना जागृत करती है।

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उन्होंने कहा कि भगवान की कथा धर्म का आधार होने के साथ ही अमृत स्वरूप है।यह ऐसा अमृत है जिसका स्वरूप तो दिखाई नही देता लेकिन आपका पूरा जीवन बदल कर रख देता है। धर्म के अधर्म, पुण्य के साथ पाप जुड़ा हुआ है। इन दोनों में हमें किसका मार्ग चुनना है यह हम तय करते हैं और जैसा कर्म करते हैं उस रूप में परिणाम भी सामने आता है। अभी एक आंकड़ा आया है, जिसमें ईमानदारी के मामले में छोटे-छोटे देश हमसे काफी आगे हैं। ऐसा इसलिए है कि वह हमसे धर्म के मामले में भी काफी आगे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि आज हमने धर्म को धंधा बना दिया है। धर्म को मनोरंजन का साधन बना दिया है। समाज जब तक धर्म को धारण नहीं करेगा तब तक अधर्म अर्थात भ्रष्टाचार, व्यभिचार, नक्सलवाद, आतंकवाद से मुक्त नहीं हो सकता है। इसके लिए समाज में जागरूकता के साथ ही हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। खासकर युवाओं को आगे आना होगा। बुराइयों को त्यागने का संकल्प लेना होगा।

यहां मुख्य रूप से राजेंद्र मल्ल, राज वर्मा, दिलीप प्रजापति, पवन तिवारी, गिरिजा शंकर तिवारी, रत्नेश शुक्ला, समरजीत यादव, गो¨वद चौरसिया, दीपू यादव, शंभू दयाल, रामरतन गुप्त, मंजू पांडेय आदि मौजूद रहे।


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