बाबा साहब के विचारों पर अमल करने से विकास संभव
देवरिया: जिला पंचायत सभागार में रविवार को बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की 126 वीं जयंती समारोह मनाई
देवरिया: जिला पंचायत सभागार में रविवार को बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की 126 वीं जयंती समारोह मनाई गई। इसमें अनुसूचित जाति जनजाति के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
बतौर मुख्य अतिथि, मुख्य विकास अधिकारी राजेश कुमार त्यागी ने कहा कि बाबा साहब अपने मृत्यु के इतने दिनों बाद भी प्रासंगिक हैं। उनके विचारों को अमल करने से ही देश का विकास संभव है। विशिष्ट अतिथि एडीएम प्रशासन वीके दोहरे ने उपस्थित लोगों को बाबा साहब की 22 प्रतिज्ञाओं की शपथ दिलाई।
आकाशवाणी के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक गुलाब चंद्र ने कहा कि बाबा साहब ने अंग्रेजों से लड़कर कम्यूनल एवार्ड के रूप में जो सुविधाएं प्राप्त की थीं, वह महात्मा गांधी को रास नहीं आई। अंतत: बाबा साहब को शिमला समझौता करना पड़ा। सह जिला विद्यालय निरीक्षक राम हुजूर ने कहा कि बुद्ध का धम्म समानता का धर्म है। जिसे बाबा साहब ने स्वीकार किया था।
अधिशासी अभियंता राम सूरत सुमेध ने कहा कि ¨हदू धर्म हमारा धर्म हो ही नहीं सकता, क्योंकि वह समानता पर आधारित नहीं है। बौद्ध धर्म जल की स्वच्छ धारा है। इन दोनों को कभी मिलने मत देना। बुद्ध पीजी कालेज कुशीनगर के प्रोफेसर डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि अपने घरों की दीवारों पर लिख दीजिए कि हम इस देश के शासक हैं। शिक्षा शेरनी का वह दूध है, जो पीयेगा वह दहाड़ेगा।
एलबी संजिवैया ने कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति के सामने मात्र दो मार्ग हैं, एक अंबेडकरवाद व दूसरा ब्राह्मणवाद। इस मौके पर भंते शील प्रकाश, हरिलाल, उदयलाल बौद्ध, नवीन प्रकाश, धर्मेंद्र कुमार, र¨वद्र किशोर कौशल, नायब तहसीलदार धर्मवीर भारती, शारदा प्रसाद बौद्ध आदि मौजूद रहे।