सड़क पर गढ्डों की भरमार, कैसे चले कोई
देवरिया: प्रदेश सरकार द्वारा सड़कों को गड्ढामुक्त करने के फरमान के बावजूद जनपद की सड़कों की स्थिति में
देवरिया: प्रदेश सरकार द्वारा सड़कों को गड्ढामुक्त करने के फरमान के बावजूद जनपद की सड़कों की स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। लोक निर्माण विभाग आराम की मुद्रा में है। दर्जनों सड़कें चलने लायक नहीं है। नतीजतन राहगीरों की मुश्किल बढ़ गई है।
रुच्चापार-करोहिया मार्ग क्षेत्र की उन जर्जर सड़कों में एक है जो चलने लायक नहीं है। चार वर्ष पूर्व इस सड़क की मरम्मत हुई थी। कार्य में मानकों के उलंघन का परिणाम यह हुआ कि बनने के साथ ही पिच उखड़ने लगी। नतीजा यह हुआ कि चार किमी लंबा यह मार्ग पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील है। एक मीटर भी ऐसी सड़क नहीं है जो चलने लायक हो। बरहज-देवरिया मार्ग से सड़क पर उतरते ही गड्ढे से राहगीरों का सामना होता है। ग्राम फुलवरिया पांडेय स्थित बागीचे में सड़क सड़क पूरी तरह बिखर चुकी है। पचास मीटर की लंबाई में सड़क अपना वजूद तलाश रही है।
सदानंद यादव के मकान के सामने बीच सड़क में बना गड्ढा जानलेवा बन गया है। आए वाहन अनियंत्रित होने से राहगीर गिरकर घायल हो जाते हैं। आगे राजकीय नलकूप से ताल में बनी पुलिया तक की यात्रा करने में राहगीरों की रुह कांप जाती है। सड़क इस कदर टूट गई है कि जरा से भी असावधानी की दशा में पांव फिट गहरे गड्ढे में जाना तय हैं। प्रतिदिन कोई न कोई राहगीर घायल होता है। खेरिया, मिर्जापुर, विशुनपूरा, करोहिया गांवों के निकट भी सड़क की बदहाली राहगीरों की सांसत करा रही है।
फुलवरिया पांडेय के पवन मिश्र, अभिमन्यू पांडेय, बैजनाथ यादव, छेदी यादव, उत्तमचंद यादव, मुन्ना प्रसाद आदि का कहना कि अधिकारियों की उदासीनता से सड़क खस्ताहाल है। शिकायत करने के बाद भी अफसरों को समस्या नजर नहीं आती है। खेरिया के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हनुमान यादव, शेषमणि तिवारी, रविन्द्र सैनी का कहना है कि सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है। अगर सरकार द्वारा तय सीमा में सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।