जीवंत हो उठी भारतीय संस्कृति
देवरिया: संस्कार भारती द्वारा भारतीय नववर्ष पर मंगलवार को रामलीला मैदान पर संस्कार भारती के तत्वावधा
देवरिया: संस्कार भारती द्वारा भारतीय नववर्ष पर मंगलवार को रामलीला मैदान पर संस्कार भारती के तत्वावधान में सांस्कृतिक संगम सलेमपुर के कलाकारों द्वारा शिवसती महिमा का मंचन किया गया। कलाकारों की विहंगम प्रस्तुति से भारतीय संस्कृति जीवंत हो उठी।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्कार गीत से हुई। श्रेया, राजश्री, प्रीति चौहान, चांदनी, नूतन यादव, कावेरी ¨सह, रेनू मद्धेशिया, अंजलि वर्मा ने परंपरागत देवी गीत निबिया की डाली मईया, झूलेली झूलुअवा. प्रस्तुत कर माहौल में भारतीय संस्कृति की छटां बिखेर दी। इसके बाद कलाकारों द्वारा सती महिमा का मंचन किया गया। प्रथम ²श्य में देवाधिदेव शिव हिमालय पर आसन जमाए हुए हैं। भगवान राम अनुज लक्ष्मण के साथ मां सीता की तलाश करते हुए पहुंचते हैं। राम को देख भगवान शिव आसन छोड़ उनकी अराधना करते हैं। अगले ²श्य में सती प्रभु की परीक्षा लेती हैं। प्रभु अपने शक्तियों द्वारा उन्हें पहचानते हैं। इसी बीच नारद ऋषि का आगमन होता है और वह महाराजा दक्ष के यज्ञ की जानकारी देते हैं। उधर सती यज्ञ में जाने को तैयार नहीं होती हैं। अंतत: भगवान शिव को यज्ञ में बुलाया जाता है। तब सती मान जाती हैं। अगले ²श्य में दक्ष वध, शिव तांडव का मंचन होता है। तांडव नृत्य शिव का उग्र रूप और वाद्य यंत्रों की आवाज से माहौल में भय छा गया। देवताओं के निवेदन पर शिव शांत होते हैं। अंत में शिव-पार्वती विवाह, ताड़का वध के साथ मंचन समाप्त हो जाता है।
इस दौरान कार्यसमिति के संरक्षक डा.एसपी गुप्ता, डा.वीबी शुक्ला, मन्न प्रसाद सर्राफ, शक्ति प्रसाद गुप्त, अध्यक्ष अरुण कुमार बरनवाल, उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद गुप्ता, पुरुषोत्तम मरोदिया, महामंत्री राजेंद्र जायसवाल, शशांक मणि त्रिपाठी, कृष्णमोहन गुप्त, महेंद्र नाथ गुप्त, अटल बर्नवाल, ब्रजेश पांडेय, डा.सौरभ श्रीवास्तव, ध्रुव नारायण वर्मा, डा.अजय मणि त्रिपाठी, नित्यानंद, डा.अंजलिका निगम, पूनम मणि, यशोदा जायसवाल, उर्मिला यादव, पुष्पा बरनवाल, पूजा सागर, एकता जायसवाल, प्रियंका जोशी, माया त्रिपाठी, गीता नारायण, किरन जायसवाल, दीप्ति बरनवाल आदि मौजूद रहे।