जर्जर विद्युत तार मचा सकते हैं तबाही
देवरिया: बिजली के जर्जर तार खतरे का सबब बनते जा रहे हैं। मौसम का रूख और खेतों में लहलहाती फसल के उपर
देवरिया: बिजली के जर्जर तार खतरे का सबब बनते जा रहे हैं। मौसम का रूख और खेतों में लहलहाती फसल के उपर से लटकते तारों को देख किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें ¨खचने लगी हैं। उन्हें इस साल भी तबाही की आशंका सताने लगी है।
मौसम की तासीर गर्म हो रही है। खेतों में गेहूं की फसल भी लगभग पक कर तैयार हो चुकी है, लेकिन लहलहाती फसल देख किसानों के चेहरे पर उत्साह के बजाए ¨चता की लकीर दिख रही है। वजह हैं बिजली के जर्जर व लटकते तार। ये तार हवा के हल्के झोंके से आपस में टकराने लगते हैं, जिससे आतिशबाजी होने लगती है। तार टूटने से हर साल बड़े भू-भाग में खड़ी गेहूं व गन्ने की फसल आग की भेंट चढ़ जाती है।
गोपी निषाद, प्रेमचंद निषाद, शिवचंद निषाद, टेभु, नूरजहां खातून, शमशुल हक राईन, रसीद अहमद, मुंशी हाशमी आदि का कहना है कि हाईवोल्ट के लटकते तार की वजह से हर मौसम में डर बना रहता है। इसके नीचे से कौन कहे आस-पास से गुजरने पर भी हादसे की आशंका बनी रहती है। किसान, अफसरों से जब इसकी शिकायत करते हैं तो अफसर फंड का अभाव बता कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं।
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पुराने खंभों के बीच दूरी अधिक होने की वजह से दिक्कत है। फंड की कमी की वजह से तुरंत समस्या का समाधान संभव नहीं है। अगले वित्तीय वर्ष में उसके लिए स्टीमेट बनाकर भेजा जाएगा।
विवेंक सिंह, अधिशासी अभियंता