पुलिस के लिए पहेली बना रुद्रपुर विस्फोट कांड
देवरिया : जिस भयानक विस्फोट से एक कबाड़ कारोबारी के चिथड़े उड़ गए और उसका एक पुत्र सदा के लिए खामोश हो
देवरिया : जिस भयानक विस्फोट से एक कबाड़ कारोबारी के चिथड़े उड़ गए और उसका एक पुत्र सदा के लिए खामोश हो गया, वह हादसा हुआ कैसे। यह सवाल घटना के बाद भी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। इस बात का पता किसी को नहीं कि आखिरकार इस भयानक हादसे की असल वजह क्या है। चकित करने वाले यह हालात एक तरफ जहां पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हैं तो दूसरी तरफ उसके हाइटेक होने के दावे की पोल भी खोल रहे हैं। रुद्रपुर के टेढ़ा वार्ड निवासी सुरेश कबाड़ का कारोबारी था। शुक्रवार को दोपहर बाद भयानक विस्फोट में उसकी दर्दनाक मौत हो गई। जबकि व्यवसायी के दो पुत्र इसकी चपेट में आए। छोटा पुत्र जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुका था। जबकि बड़े पुत्र ¨प्रस का उपचार इस वक्त भी गोरखपुर में जारी है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। दिल दहलाने वाले हादसे के बाद घटना की तह तक जाने में तत्काल पुलिस जुट गई। प्रथम दृष्टया आशंका जताई गई कि कि सिलेंडर फटने के कारण हादसा हुआ। कुछ ही देर में यह आशंका गलत साबित हुई। कबाड़ कारोबारी के घर में रखे दोनों सिलेंडर सुरक्षित मिले। इसके बाद पुलिस के माथे पर ¨चता की लकीर ¨खच गई। प्रशासनिक उच्चाधिकारी यह फौरी तौर पर यह समझ पाने में विफल रहे कि जब दोनों सिलेंडर महफूज हैं, तब विस्फोट आखिरकार कैसे हुआ। इस सवाल का सटीक जवाब तलाशने के लिए पुलिस के फोरेंसिक विभाग का आह्वान हुआ। हाथी दांत कहा जाने वाला देवरिया क्राइम ब्रांच का फोरेंसिक महकमे ने हादसे की तह तक जाने से पहले ही हाथ खड़े कर दिए। उसने खुद को अक्षम बताते हुए गैर जिले के फोरेंसिक विभाग से संपर्क बनाने की सलाह उच्चाधिकारियों को दे डाली। मजबूर पुलिस के अफसर गोरखपुर से संपर्क साधे। देर शाम गोरखपुर की फोरेंसिक जांच टीम रुद्रपुर कस्बा पहुंची। उसने घटना स्थल से नमूना एकत्र किया। प्रारंभिक जांच में गोरखपुर की टीम ने भी कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। इसके बाद सिर्फ इंतजार के उच्चाधिकारियों के सामने और कोई चारा नहीं। हालांकि उपजिलाधिकारी रुद्रपुर घनश्याम ने जिलाधिकारी को भेजे प्रारंभिक रिपोर्ट में यह साफ कर दिया है कि हादसे की वजह सिलेंडर का फटना नहीं है। एसडीएम के इस दावे के बाद रुद्रपुर कस्बे के बा¨शदों में भी कौतूहल व्याप्त है। घटना को लेकर वह तरह-तरह की आशंका जता रहे हैं। यहां तक कि मदनपुर थाने में लूटपाट को भी रुद्रपुर विस्फोट से जोड़ने में आम लोग परहेज नहीं कर रहे। आशंका जताई जा रही है कि उपद्रवियों ने थाने से लूटा हुआ हैंड ग्रेनेड कहीं कबाड़ कारोबारी के हाथ न बेच दिया हो। क्योंकि बताया जा रहा है कि कबाड़ कारोबारी मदनपुर व इसके आसपास में अपना व्यवसाय फैलाया हुआ था। ऐसे में किसी भी आशंका को तब तक खारिज नहीं किया जा सकता, जब तक कि पुलिस किसी नतीजे पर न पहुंचे। इस बावत अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।