अनोखे अंदाज में मनाई डा. राजेंद्र प्रसाद की जयंती
देवरिया : भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डा. राजेंद्र प्रसाद के 132वें जन्मदिन को अधिवक्ताओं ने शन
देवरिया : भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डा. राजेंद्र प्रसाद के 132वें जन्मदिन को अधिवक्ताओं ने शनिवार को अनोखे अंदाज में मनाया। पर्यावरण संरक्षण के लिए उन्होंने न सिर्फ खुद बल्कि न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों से भी एक दिन के लिए ईंधन युक्त वाहनों का त्याग करने का अनुरोध किया। इस पर जिलाधिकारी अनीता श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक मोहम्मद इमरान व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बृजेश कुमार ¨सह पैदल चलकर न्यायालय परिसर तक पहुंचे। अधिवक्ताओं के साथ उच्चाधिकारियों का यह कदमताल यादगार बन गया। अधिवक्ताओं के इस अनूठी पहल की चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
प्रथम राष्ट्रपति का जन्मदिन यूं तो पहले से ही अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन शनिवार को इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम पूर्व से अलग रहा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय परिसर में गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें बतौर
मुख्य अतिथि जनपद न्यायाधीश केके पांडेय, विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी अनीता श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक मोहम्मद इमरान ने शिरकत किया। इस अवसर पर जिला जज ने कहा कि सुदृढ़ इच्छाशक्ति, कर्तव्यपरायणता को आत्मसात कर राजेंद्र बाबू के पदचिह्नों पर चल कर हम अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन कर सकते हैं। गरीबों को न्याय दिलाने में राजेंद्र बाबू का अद्वितीय सहयोग आज भी समाज के लिए उदाहरण है। उन्होंने अधिवक्ताओं से सहज, सरल व विवेकशील होने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि राजेंद्र बाबू ऐसे व्यक्तित्व के धनी थे, जिनकी सादगी व विनम्रता आज भी उनकी महानता के सर्वोच्च शिखर पर बैठाए हैं। ऐसी आभा व प्रतिभा के विरले पुरुष ही समाज में अवतरित होते हैं। ऐसे में हम उनके पद चिह्नों पर चलकर और उनकी सादगी और विनम्रता का अनुकरण कर समाज को नई दिशा दे सकते हैं। इतना ही नहीं जिलाधिकारी ने गीत गाकर लोगों को सत्कर्म के प्रति प्रेरित किया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अधिवक्ताओं का व्यवसाय सीखने व सिखाने का है। इस व्यवसाय में केवल गुण ही गुण होता है। ऐसे में इस व्यवसाय की मर्यादा कायम रखना आप सभी का दायित्व है। इस संकल्प के साथ ही हम राजेंद्र बाबू के पद चिह्नों पर चल सकते हैं। अपर जिला जज राजीव कुमार भारती ने कहा कि अपने कार्यों का मूल्यांकन करना सबका नैतिक कर्तव्य है। अधिवक्ता सागर से गहरा, समाज का पथ प्रदर्शक, ¨चतक व विश्लेषक होता है। इसके पूर्व जिला जज, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने 12 अधिवक्ताओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इन अधिवक्ताओं में सुरेश मणि त्रिपाठी, आनंद शरण धर द्विवेदी, रामप्रसाद मिश्र, गो¨वद तिवारी, प्रभाकर राम त्रिपाठी, सुहेल अहमद लारी, रामनरेश ¨सह, तपेश्वरी मल्ल, सुशील मिश्र, हरेराम राय, अर¨वद कुमार पांडेय, रामप्रताप मणि शामिल रहे। डिस्ट्रिक्ट बार के अध्यक्ष ¨सहासन गिरि ने एमएलसी रामसुंदर दास से अधिवक्ताओं के बैठने के लिए चेंबर बनवाने की अपील की। सचिव मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि दो युवा अधिवक्ताओं का असामयिक निधन की पीड़ा ने मुझे इतना मर्माहत किया कि मात्र 42 दिन के कार्यकाल में अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए एक लाख 51 हजार का कोष स्थापित कर संघ को समर्पित कर रहा हूं।
इस अवसर पर अपर जिला जज साधना रानी ठाकुर, निशामुद्दीन खान, कालीचरण, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, राकेश कुमार त्रिपाठी, दिनेश कुमार, अर¨वद कुमार, प्रधान न्यायाधीश रामकेश, सिविल जज श्रीमती एकता ¨सह, न्यायिक मजिस्ट्रेट कविता अग्रवाल, रघुवंश मणि ¨सह, मोहम्मद शफीक, सुनील कुमार, आशीष कुमार राय, सुनील कुमार त्रिपाठी, उमेश यादव, अधिवक्ता विष्णु गोयल, शिवाकांत मिश्र, अरूण कुमार राव, श्रीराम तिवारी, विनय श्रीवास्तव, डा सौरभ श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र राव, कौशल किशोर पांडेय, प्रबोध कुमार श्रीवास्तव, लालबाबू श्रीवास्तव, विजय कुमार यादव, अनीश अहमद आदि उपस्थित रहे।
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विभिन्न संगठनों ने मनाया अधिवक्ता दिवस
देवरिया : दी कलेक्ट्रेट सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राणा प्रताप ¨सह व एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन संतशरण तिवारी, तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नर्वदा चौहान की अध्यक्षता में अधिवक्ता संगठनों ने राजेंद्र बाबू के पद चिन्हों पर चलकर उनके कर्म व आचरण से सीख लेने की अपील की। तहसील सदर में आयोजित संगोष्ठी के मुख्य अतिथि तहसीलदार श्रीप्रकाश ¨सह व कार्यक्रम की अध्यक्षता विपिन बिहारी मणि त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर रमेश चंद्र पांडेय,उमापति त्रिपाठी, अशोक कुमार ¨सह, चंद्रबली शुक्ल, गिरीश शुक्ल, राधेश्याम पटेल, ईश्वर प्रसाद गुप्ता, प्रमोद निषाद, हेमंत श्रीवास्तव आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।
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