रुपये नहीं मिलने पर भेड़ापाकड़ में हंगामा
देवरिया : नोटबंदी के बाद अस्थिरता का माहौल है। कई ऐसी विसंगतियां हैं जिसका सामना हर रोज खाताधारक बैं
देवरिया : नोटबंदी के बाद अस्थिरता का माहौल है। कई ऐसी विसंगतियां हैं जिसका सामना हर रोज खाताधारक बैंकों में कर रहा है। बैंक कैश नहीं होने का रोना रो रहे हैं तो खाताधारक अपनी जरूरत बता लाइन से हटने को तैयार नही हैं। ऐसे में हर रोज किसी न किसी बैंक में हंगामा, तालाबंदी, मार्ग जाम व मारपीट की सूचनाएं मिल रही हैं। शुक्रवार को सेंट्रल बैंक भेड़ापाकड़ में चार दिन से खाताधारक लाइन लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें कैश नहीं मिल पा रहा है। दो से तीन दिन पर कैश आने के आधे घंटे के अंदर ही समाप्त हो जा रहा है। ऐसे में खाताधारक उग्र हो गए और हंगामा करते हुए बैंक के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।
कमोवेश इसी तरह के हालात सभी बैंकों के हैं। लाइन में लगी कठौड़ी निवासी इमलावती देवी ने बताया कि तीन दिन से बैंक आ रही हूं। मेरा बच्चा बीमार है। उसे इलाज के लिए रुपये चाहिए। बांसी गांव निवासी बालमती देवी ने बताया कि मेरा लड़का बाहर रहकर पढ़ता है उसे रुपये भेजना है। दीनानाथ पांडेय निवासी चनुकी ने कहा कि मुझे खाद-बीज के लिए पैसा चाहिए। शारदा देवी भेड़ापाकड़ को अपनी बीमार बहू के इलाज के लिए रुपये की आवश्यकता है। तारकेश्वर पांडेय कठौड़ी को खेती के लिए पैसे की सख्त जरूरत है। चंपा देवी चनुकी, सुनैना देवी बैजौली, आरती देवी करमुआ, शबाना, सुलेखा निवासी करमुआ ने अपनी पीड़ा बयां की। सफी मोहम्मद निवासी चनुकी ने अपनी बेटी की शादी 15 दिसंबर को तय की है। बैंक से रुपये नहीं निकलने के चलते सफी व उनकी पत्नी परेशान हैं। उन्हें शादी कैसे होगी इसकी ¨चता खाए जा रही है। स्टेट बैंक भाटपाररानी में वेतन व पेंशन लेने के लिए खाताधारकों को जद्दोजहद करते देखा गया। ऐसे में मुट्ठी भर खाताधारकों को छोड़ दूसरे दिन भी शिक्षकों व अन्य विभागों के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सका। पंजाब नेशनल बैंक भाटपाररानी, सेंट्रल बैंक भाटपाररानी, पूर्वांचल बैंक भाटपाररानी में रुपये निकालने के लिए पूरा दिन लोग बैंक में लाइन लगाए रहे।