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बैंक पर पथराव, सड़क जाम से बिगड़े हालात

देवरिया : खाली होते जा रहे बैंकों के खजाने खाताधारकों की तीखी प्रतिक्रिया का सबब बनने लगे हैं। करेंस

By Edited By: Published: Sat, 03 Dec 2016 12:04 AM (IST)Updated: Sat, 03 Dec 2016 12:04 AM (IST)
बैंक पर पथराव, सड़क जाम से बिगड़े हालात

देवरिया : खाली होते जा रहे बैंकों के खजाने खाताधारकों की तीखी प्रतिक्रिया का सबब बनने लगे हैं। करेंसी की किल्लत से हक्का-बक्का खाताधारकों ने शुक्रवार को एक बार फिर जमकर बवाल काटा। बैंक पर पथराव ही नहीं बल्कि मुख्य मार्गों पर सड़क जाम करने से भी ग्राहक हिचक नहीं रहे। बेकाबू होते जा रहे हालात से बैंककर्मी ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अमला भी हलकान है। खाताधारकों के मान-मन्नौव्वल में ठंड के वक्त भी पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। करेंसी की किल्लत जल्द यदि दूर नहीं हुई, तो स्थिति और विस्फोटक होने का अनुमान है।

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यूं तो नोटबंदी के चंद दिनों बाद से ही जिले के सभी प्रमुख बैंक करेंसी की किल्लत से जूझ रहे हैं, लेकिन नवंबर की समाप्ति व दिसंबर के आगाज के साथ ही यह परेशानी चरम पर पहुंच गई है। उपजे हालात का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय स्टेट बैंक की ग्रामीण शाखाओं का करेंसी चेस्ट भी खाली हो गया है। कुछ ऐसे ही हालात से पूर्वांचल बैंक पहले से जूझ रहा है। जबकि पंजाब नेशनल बैंक के साथ ही अन्य बैंकों की माली हालत भी संतोषजनक नहीं है। बीते एक सप्ताह से जैसे-तैसे खाताधारकों को संतुष्ट करने की कोशिश में जुटे कर्मचारियों ने शुक्रवार को सहम कर बैंकों का दरवाजा खोला, क्योंकि शहर से लेकर गांव तक सभी बैंक पर भारी भीड़ उमड़ी। रुपये का भुगतान होने की आस में खाताधारक लंबी लाइन लगाकर खड़े थे। सुबह करीब 11 बजे रामपुर कारखाना स्थित भारतीय स्टेट बैंक के खाताधारकों को जब पता चला कि भुगतान में बैंककर्मी असमर्थ हैं तो वह आग बबूला हो गए। दर्जनों खाताधारक देवरिया-कसया मुख्य मार्ग पर पहुंचे और सड़क जाम कर दिया। आक्रोशित खाताधारकों को इस बात की भी परवाह नहीं रह गई कि ठीक बगल में थाना है। बहरहाल मार्ग अवरुद्ध होने की सूचना पर पुलिस मौके पर गई। बातचीत व खाताधारकों का मान-मन्नौव्वल करने के सिवाय उसके पास अन्य कोई विकल्प नहीं था। कुछ ऐसे ही हालात गौरीबाजार स्थित भारतीय स्टेट बैंक का रहा। वहां रुपये के अभाव में जब बैंककर्मियों ने भुगतान करने से हाथ खड़ा किया तब खाताधारकों का आक्रोश फूट पड़ा। खाताधारकों ने आधे घंटे तक देवरिया-गोरखपुर मुख्य मार्ग जाम कर दिया। सड़क के दोनों तरफ सैकड़ों वाहनों का काफिला खड़ा होने से पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस के अथक प्रयास व आश्वासन के बाद स्थिति सामान्य हो पाई। उधर पथरदेवा कस्बा स्थित पंजाब नेशनल बैंक पर जमा दर्जनों महिलाओं के सब्र का बांध शाम ढलते ही टूट गया। रुपये न मिलने से हताश महिलाओं ने बैंक पर पथराव कर दिया। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। एक वृद्धा अचेत होकर गिर गई। पुलिस के हस्तक्षेप व बैंक कर्मियों की गुहार के बाद महिलाओं का आक्रोश कम हुआ। पूर्वांचल बैंक की अधिकतर ग्रामीण शाखाएं रुपये के अभाव से इस वक्त भी जूझ रही हैं। भुगतान न होने के कारण हजारों खाताधारक खाली हाथ घर लौट रहे हैं। करेंसी की किल्लत से उपजे कशमकश के हालात से चारों तरफ तनाव व्याप्त है। ऐसे में शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पुलिस को तरह-तरह के पापड़ बेलने पड़ रहे हैं।

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ठिठुरती रात पर भारी करेंसी पाने की आस

देवरिया : नोटबंदी के बाद से ही कठिन हालात से जूझ रही अवाम को इस बात की परवाह नहीं कि ठंड की ठिठुरती रात में वह कतार में लगे हैं। उम्मीद एक मात्र की जैसे भी हो करेंसी हाथ लगे। ऐसा नजारा शहर के विभिन्न एटीएम पर तब तक देखा जा सकता है, जब तक कि रुपये के अभाव में कंप्यूटर मशीन भुगतान से हाथ खड़े न कर दे। शहर में लगे भारतीय स्टेट बैंक के विभिन्न एटीएम में से आधा दर्जन से भर से कम मशीनें ही रुपये उगल रही हैं, लेकिन उनके आगे लंबी कतारें लग रही हैं। कुछ ऐसा ही नजारा कोतवाली रोड, हनुमान मंदिर व भटवलिया चौराहा स्थिति एचडीएफसी बैंक के एटीएम का भी है। गुरुवार की रात करीब 11 बजे तक पुलिस लाइन स्थित एसबीआइ के एटीएम पर दो दर्जन लोग कतार में खड़े मिले। यही तस्वीर एचडीएफसी बैंक के एटीएम की भी रही। बातचीत में खाताधारकों ने कहा कि निसंदेह परेशानी बढ़ी है, लेकिन भविष्य संवरने की चाह ने दुख कम कर दिया है।


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