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दीये की रोशनी से जगमगाया शहीद स्मारक

देवरिया : दैनिक जागरण की पहल पर 'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम के तहत शनिवार को शहर के रामलीला मै

By Edited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 10:52 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 10:52 PM (IST)
दीये की रोशनी से जगमगाया शहीद स्मारक

देवरिया : दैनिक जागरण की पहल पर 'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम के तहत शनिवार को शहर के रामलीला मैदान स्थित शहीद स्मारक पर पैराडाइजियल एकेडमी द्वारा शहीदों की याद में 151 दीये जलाए गए। दीये की रोशनी से पूरा शहीद स्मारक जगमगा उठा। सभी ने इस अभियान में लोगों से भागीदारी निभाने की अपील की।

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जागरण के इस अभियान के तहत शहर की सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था पैराडाइजियल एकेडमी के सदस्य हाथों में दीया लेकर शहीद स्मारक पहुंचे और शहीदों को याद करते हुए दीये जलाए। साथ ही जागरण के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इसमें सबको अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।

संस्था के अध्यक्ष अमिताभ रावत ने कहा कि आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं इसका पूरा श्रेय सरहद पर तैनात हमारे सैनिक हैं। ये रात में जागते हैं तो हम चैन की नींद सोते हैं। ये अपने प्राणों की आहूति देकर देश की रक्षा करते हैं, जिनके लिए हमारा एक दीया प्रोत्साहन का कार्य करेगा।

इस अवसर पर सौरभ श्रीवास्तव, ऋषिकेश वर्मा, राजनंदन गुप्ता, सर्वेश आर्या, अमन वर्मा, चंदन गुप्ता, नीरज रावत, विवेकानंद शर्मा, अर्चित श्रीवास्तव, रोहित रावत, अनुपम मिश्र, मनीष तिवारी, आशीष रावत, शिव प्रसाद मिश्र, नरेंद्र शर्मा, राहुल ¨सह, ऋषिकांत मणि त्रिपाठी, दुर्गेश चौरसिया, मनीष ¨सह, किरन कुशवाहा, मनीष दूबे, सात्विक मद्धेशिया, सिद्धार्थ तिवारी, विशाल रावत, वतन मिश्र, शिव प्रकाश, अमरनाथ चौरसिया, विवेक शर्मा, कृष्णा गोंड, अनितेष रावत, आयुष रावत, सूरज देव मिश्रा, भानु त्रिपाठी तथा विशाल रावत आदि मौजूद रहे।

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शहीद विद्यार्थी की याद दिलाता है शहीद स्मारक

देवरिया: जंगे आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाले रामचंद्र विद्यार्थी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। छात्र जीवन से ही देश के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत रखने वाले विद्यार्थी ने अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेने में सबसे आगे रहे। देश के प्रति अगाध प्रेम रखने वाले विद्यार्थी शहीद तो हुए, लेकिन तिरंगा फहरा कर।

बात उन दिनों की है जब महात्मा गांधी ने 9 अगस्त 1942 को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का एलान किया था। इस आंदोलन में बूढ़े, नौजवान सभी कूद पड़े। रामचंद्र विद्यार्थी भी इस आंदोलन में शामिल हुए। 14 अगस्त को देवरिया का यह लाल हजारों नौजवानों के साथ कचहरी पहुंचा और भवन पर लगे यूनियन जैक को उतार कर फाड़ डाला और उसी स्थान पर तिरंगा लहरा दिया। यह देखते ही ब्रिटिश परगना अधिकारी उमाराव ¨सह ने गोली चलाने का आदेश दे दिया और उनका सीना गोरे आतताइयों की गोली से छलनी हो गया। देखते ही देखते देश का यह सच्चा सिपाही इंकलाब-¨जदाबाद, भारत माता की जय के नारे के साथ हमेशा के लिए भारत माता की गोद में सो गया।

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शहीदों के सम्मान में जलाएं एक दीया

देवरिया: नगर पालिका अध्यक्ष अलका ¨सह ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी हमें नहीं भूलना चाहिए। सरहद पर तैनात जवानों की बदौलत ही हम सुकून से त्योहार मनाते हैं। चैन की नींद अपने घरों में सोते हैं। दैनिक जागरण का यह अभियान काबिले तारीफ है। इस अभियान से जुड़कर हम सभी को अपने शहीदों को याद कर एक-एक दीया जलाना चाहिए। हमारा एक दीया न सिर्फ उनके प्रति सम्मान होगा बल्कि उन्हें देश की रक्षा के लिए और प्रोत्साहित करेगा। इस अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़े, जिससे हम अपने देश के शहीदों को नमन कर सकें।

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