टाउन व तहसील को जल्द मिलेगी 24 घंटे बिजली
देवरिया : 33 केवी विद्युत सब स्टेशन से जुड़े टाउन फीडर के उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। 33 केवी विद्
देवरिया : 33 केवी विद्युत सब स्टेशन से जुड़े टाउन फीडर के उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। 33 केवी विद्युत उपकेंद्र भाटपाररानी के टाउन व तहसील को जल्द 24 घंटे विद्युत आपूर्ति मिलने लगेगी। ऐसे में टाउन फीडर के जरिये ही आपूर्ति तहसील में की जाएगी। यही कारण है कि टाउन को 24 घंटे आपूर्ति मिलेगी। इसके लिए भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। हैंडओवर होने के बाद 15 दिन के अंदर उपकेंद्र कार्य करना शुरू कर देगा।
उपनगर के टाउन फीडर में लंबे समय से लोग बिजली कटौती का दंश झेल रहे हैं। तहसील में सभी डाटा इंटरनेट पर ही अपलोड है। खतौनी से लेकर कोई भी अभिलेख अगर नेट पर देखना है तो उसके लिए बिजली की आवश्यकता है। जनरेटर समेत अन्य खर्च व आवश्यकता को समझते हुए शासन इसे लेकर गंभीर हुआ और तहसील को 24 घंटे आपूर्ति देने के लिए फरमान जारी कर दिया। ऐसे में विद्युत उपकेंद्र के बगल में एक अलग उपकेंद्र के निर्माण को विधायक डा. आशुतोष उपाध्याय के प्रस्ताव पर मंजूरी मिली और उसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। यह उपकेंद्र एक माह के अंदर कार्य करना शुरू कर देगा। तहसील का एक अलग ट्रांसफार्मर लगेगा और यहां से टाउन व तहसील को चौबीस घंटे आपूर्ति दी जाएगी। सब स्टेशन को चलाने के लिए एक एसएसओ की भी तैनाती की जाएगी। इसके लिए 132 केवी विद्युत उपकेंद्र सलेमपुर से 33 केवी विद्युत उपकेंद्र भाटपाररानी तक लोहे के पोल व तार लगाने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। 3 करोड़ से अधिक खर्च कर यह सुविधा टाउन व तहसील को दी जा रही है। इस कार्य की राजकीय निर्माण निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो अपना कार्य समय भीतर कर लिया है। भाटपाररानी विद्युत सब स्टेशन से टाउन, पूर्वी, विश्व बैंक, दक्षिणी व इंडोडच फीडर क्षेत्र को आपूर्ति की जाती है, जिसमें टाउन फीडर व तहसील को बिजली सप्लाई की जाती है। अब ऐसा नहीं होगा। टाउन और तहसील इन फीडरों से अलग हो जाएंगे।
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क्या कहते हैं एसडीओ
एसडीओ गणेश मिश्र ने कहा कि तहसील और टाउन फीडर को अलग से बिजली देने के लिए नया उपकेंद्र बनकर तैयार है। नए उपकेंद्र के लिए मेन लाइन का तार सलेमपुर से खींचा जा रहा है। मझौली में एक व्यक्ति ने पोल गाड़ने से रोक दिया है। इसके लिए उपजिलाधिकारी भाटपाररानी को समय देना है। इस समस्या का समाधान होने के बाद पोल एक सप्ताह के अंदर लग जाएंगे और पंद्रह दिन के अंदर नया उपकेंद्र कार्य करना शुरू कर देगा।