बदइंतजामी के घेरे में बिजली आपूर्ति
देवरिया कौन सुनने वाला है, किसे सुनाएं, जिम्मेदार बहरे हो चुके हैं। यह कहना है बरहज नगर के विद्युत उ
देवरिया कौन सुनने वाला है, किसे सुनाएं, जिम्मेदार बहरे हो चुके हैं। यह कहना है बरहज नगर के विद्युत उपभोक्ताओं का। बिना पोल के झूलते केबिल के सहारे आपूर्ति के प्रयास फेल हैं। एक वर्ष पूर्व ढाई करोड़ रुपये खर्च कर तार व पोल बदले गए, फिर भी समस्या लाइलाज बनी हुई है।
पचीस वार्ड में बंटे नगर में जगह-जगह 11 हजार वोल्ट की लाइन लोगों के घरों के उपर से गुजरी है, जो कभी बड़े खतरे को अंजाम दे सकती है। मोहल्लों में बिजली के पोल भी जर्जर होकर टेढ़े हो गए हैं और जंग लगने से अपनी मियाद पूरी होने की ओर इशारा कर रहे हैं। जयनगर बाइपास तिराहा और पटेल नगर में पूर्व सभासद चांद आलम के घर के दक्षिण तरफ जर्जर पोल पर ही ट्रांसफार्मर लगा दिए गए हैं। ट्रांसफार्मर पर लगे केबिल बाक्स भी खुले हुए हैं।भारतीय स्टेट बैंक व मैनेजर तिवारी के घर के निकट लगे पोल लटके हुए हैं। नागरिकों की मानें तो पिछड़े इलाके में न विद्युत विभाग के अफसर जाते हैं और न ही जनप्रतिनिधि।
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बिजली का बिल हर महीने आता है। वसूली में कड़ाई हो रही लेकिन बिजली समय से नहीं मिलती। भीषण गर्मी के बीच अघोषित कटौती भारी पड़ रही है।
रमेश तिवारी अंजान आजाद नगर दक्षिणी
विभाग ने पोल के अभाव में घरों के उपर से हाई वोल्ट तार दौड़ा दिया है जिससे खतरे की आशंका है। शिकायत कर थक गया, लेकिन अफसर ध्यान नहीं दे रहे।
जितेन्द्र कुमार भारत, पटेल नगर
विभाग की लापरवाही से लोग सांसत में पड़ गए हैं। बिजली का अव्यवहारिक शेड्यूल मुश्किलें बढ़ा रहा है। जनप्रतिनिधि भी हमारी पीड़ा से बेपरवाह हैं।
सुधीर निषाद, नंदना वार्ड पश्चिमी
भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में दिन व रात की कटौती गलत है। सुबह व शाम विद्युत आपूर्ति नहीं मिल रही है। राजन जायसवाल, रुद्रपुर रोड