लाचिरागी गांवों में तैनात कर दिए सफाईकर्मी
देवरिया : यहां अधिकारियों के चहेते सफाईकर्मियों को उन जगहों पर तैनाती दे दी गई है, जहां न गांव है
देवरिया :
यहां अधिकारियों के चहेते सफाईकर्मियों को उन जगहों पर तैनाती दे दी गई है, जहां न गांव है और न ही आबादी। कर्मी कागज में सफाई भी कर रहे हैं। दरअसल ये गांव ला चिरागी गांव हैं।
शहरों की तरह गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिए सरकार ने लगभग सात वर्ष पूर्व ग्रामीण सफाई कर्मियों की तैनाती की। हर राजस्व गांवों में कम से कम एक-एक सफाई कर्मियों की तैनाती कर दी गई और कुछ दिनों तक तो गांवों में सफाईकर्मी नजर आते रहे और कुछ हद तक सफाई भी होती रही। लेकिन समय बीतने के साथ ही अधिकारियों व ग्राम प्रधानों के मिलीभगत के चलते यह सफाईकर्मी गांवों में जाने की बजाए ब्लाक मुख्यालय पर एवं प्रधान के दरवाजे पर ही अपनी ड्यूटी बजाने लगे और तो और अधिकारियों के अति प्रिय सफाईकर्मी ने बड़ी साफगोई से उन राजस्व गांवों में अपने नियुक्ति कराई, जो ला-चिरागी मौजा के रुप में मौजूद हैं। इन गांवों में न तो कोई आबादी है, न कोई घर है और न ही कोई पूछने वाला। यह सफाईकर्मी अपने ब्लाक मुख्यालयों पर अपने-अपने चहेते अधिकारियों की परिक्रमा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। भागलपुर विकास खंड के एडीओ पंचायत संजय मिश्र का कहना है कि उनके यहां 7 ला-चिरागी गांवों में सफाईकर्मियों की तैनाती की गई है। यही हाल लगभग अन्य कुछ विकास खंडों में भी है। दबी-जुबान से जागरण ने जब ब्लाक मुख्यालयों पर इसकी पड़ताल की तो कुछ सफाईकर्मियों ने बताया कि ये सफाईकर्मी जब गांव में नियुक्त थे तो इन लोगों ने इस तरह के गांवों को खोज कर अपनी नियुक्ति करा ली। अब इनकी पौ बारह है।