18 पुलिसकर्मियों पर निलंबन की तलवार
जागरण संवाददाता, देवरिया : जिले में तैनात उन 18 पुलिसकर्मियों के सिर पर निलंबन की तलवार लटक रही है,
जागरण संवाददाता, देवरिया : जिले में तैनात उन 18 पुलिसकर्मियों के सिर पर निलंबन की तलवार लटक रही है, जो छुट्टी की अवधि गुजरने के बाद भी घर से वापस नहीं लौटे। पंचायत चुनाव के ऐन वक्त मातहतों की इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने उनके निलंबन की कार्रवाई के संकेत दिए हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि दायित्व के प्रति लापरवाही कतई क्षम्य नहीं होगी। पंचायत चुनाव की संवेदनशीलता व फोर्स की कमी से जूझ रहे पुलिस महकमे में विषम परिस्थिति में ही छुट्टी के निर्देश हैं। इसको लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में महकमे के उच्चाधिकारी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। वैवाहिक कार्यक्रम अथवा अन्य जरूरी अवसर का हवाला देकर दर्जनों पुलिसकर्मियों ने पूर्व में छुट्टी मांगी। उच्चाधिकारियों ने इस हिदायत के साथ छुट्टी पर जाने की अनुमति प्रदान की कि तय अवधि के भीतर कार्यस्थल पर वह जरूर लौट आएं। फिर भी पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों के आदेश को दरकिनार कर दिया। मातहतों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि ऐसे 18 पुलिसकर्मी चिह्नित हुए हैं जो तय अवधि बीतने के बाद भी वापस नहीं लौटे। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन के कार्रवाई के आदेश दे दिए। खबर लिखे जाने तक निलंबन की कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
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बदल गई पुलिस महकमे की चाल
देवरिया : निजाम बदलने का असर पुलिस महकमे में साफ तौर पर देखा जा रहा है। एक पखवारे के भीतर ऐसे लोगों का चाल ही नहीं बल्कि चेहरा भी बदल गया है, जो बेतरतीब जीवन शैली के आदी रहे हैं। बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार महकमे को नए सिरे से चुस्त-दुरुस्त करने की राह पर हैं। लापरवाह पुलिस कर्मियों की नकेल कसने की वह तेज कवायद कर रहे हैं। मंगलवार को अपने आवास पर विभागीय कामकाज निपटा रहे पुलिस अधीक्षक की त्योंरी अचानक तब चढ़ गई, जब उनकी निगाह महकमे के अकाउंटेंट के चेहरे पर गई। उन्होंने तत्काल सवाल दागा। पूछा कि दाढ़ी आखिरकार क्यों नहीं बनाई? उच्चाधिकारी के इस सवाल पर अकाउंटेंट ने न सिर्फ अपनी गलती स्वीकार की, बल्कि यह भी कहा कि आइंदा ख्याल रखा जाएगा।
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सौ नंबर ने हो गया सक्रिय
देवरिया : पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार का ही असर है कि वह सौ नंबर एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिसकी प्रासंगिकता पर ही सवाल खड़ा होने लगे थे। इमरजेंसी नंबर के चालू होने की पुष्टि करते एसपी ने कहा कि तकनीकि खामी के कारण यह सुविधा बंद थी। खामी दूर कर ली गई है। पूर्व की भांति इस नंबर पर कोई भी सूचना कभी भी दर्ज कराई जा सकती है। इसको लेकर मातहतों को कड़े निर्देश जारी हुए हैं।