प्रत्याशियों में पोस्टर वार की होड़
जागरण संवाददाता, देवरिया : पंचायत चुनाव में प्रतीक चिह्न बंटने के साथ ही ग्राम पंचायतों में प्रत्
जागरण संवाददाता, देवरिया : पंचायत चुनाव में प्रतीक चिह्न बंटने के साथ ही ग्राम पंचायतों में प्रत्याशियों ने होर्डिंग वार शुरू कर दिया है। ग्रामीण इलाकों के चट्टी चौराहे होर्डिंग व बैनर से पट गए हैं। इन प्रत्याशियों के लिए आयोग के आचार संहिता का कोई मतलब नहीं है, जबकि आचार संहिता का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी अपने-अपने क्षेत्र में एसडीएम की है, लेकिन एसडीएम आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने में पूरी नाकाम दिख रहे हैं।
पंचायत चुनाव में प्रथम व द्वितीय चरण के प्रतीक चिह्न बंट गए हैं। इन दोनों चरणों का चुनाव जिले के आठ ब्लाकों में होगा। दोनों चरण में 609 प्रधान पद के लिए 4205 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 7425 प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। हर कोई प्रत्याशी मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। कोई दावत और पैसा का प्रलोभन दे रहा है तो कोई होर्डिंग छपवाकर लोक लुभावने वादे कर रहा है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग का सख्त निर्देश है कि प्रतीक चिह्न बंटने के बाद कोई होर्डिंग या बैनर नहीं दिखना चाहिए, लेकिन ठीक उसके विपरीत हो रहा है। आयोग ने टास्क फोर्स गठित कर आचार संहिता का अनुपालन कराने का निर्देश दिया है, जिसकी सारी जिम्मेदारी उपजिलाधिकारी को सौंपी है, लेकिन उपजिलाधिकारी व टास्क फोर्स टीम आयोग के निर्देश के विपरीत कार्य कर रहा है। उदाहरण के तौर पर रामपुर कारखाना क्षेत्र के बरियारपुर चौराहा, महुआपाटन, कुशहरी, विशुनपुर कला, सिधुआ में विधानसभा क्षेत्र के चुनाव की तरह बड़े-बड़े होर्डिंग बांस बल्ली पर लगे हुए हैं। गांवों में सड़क किनारे के मकान और सार्वजनिक स्थल पोस्टर से पट गए हैं। इसी पथरदेवा विकास खंड के गोरयाघाट, धुसवां चौराहा, विशुनपुरा बाजार में होर्डिंग वार देखने को मिल रहा है। सदर विकास खंड क्षेत्र के महुआनी चौराहा, लाहिलपार, बैकुंठपर, मालीबारी, बभनी, खोराराम आदि चौराहे भी इससे अछूते नहीं है। ---------“
आचार संहिता का सख्ती से अनुपालन कराने के लिए सभी उपजिलाधिकारियों व टास्कफोर्स टीम के प्रभारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। वे लोग चौराहे और गांवों में लगे होर्डिंग व पोस्टर हटवाएंगे। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं है। भ्रमण के दौरान जिस भी क्षेत्र में आचार संहिता का उल्लंघन करते होर्डिंग व पोस्टर मिले तो संबंधित अधिकारी की खैर नहीं है। यह पंचायत चुनाव बड़ा ही संवेदनशील है।''
राजकेश्वर
उप जिला निर्वाचन अधिकारी