चौथे दिन भी नहीं चली नाव, मुश्किल में लोग
देवरिया: घाघरा नदी में लगातार चौथे दिन भी यात्री नाव नहीं चली, जिससे प्रति दिन नदी का सफर करने वाले
देवरिया: घाघरा नदी में लगातार चौथे दिन भी यात्री नाव नहीं चली, जिससे प्रति दिन नदी का सफर करने वाले लोगों की मुश्किल बढ़ गई है। पहले स्टीमर खराबी से यातायात बाधित रहा और अब चालक ने मजदूरी न मिलने की बात कह स्टीमर चलाने से मना कर दिया है। यातायात बंद होने से दियारा क्षेत्र के लोगों के समक्ष रोटी का संकट खड़ा हो गया है तो नगर में दूध की किल्लत हो गई है।
29 जलाई को स्टेय¨रग फेल होने से यात्रियों से भरा जुगाडू स्टीमर पानी में बह गया, तभी से घाघरा के रास्ते यातायात बाधित है। आवागमन प्रभावित होने परसिया देवार व विशुनपुर देवार के रोज कमाने और खाने वाले परिवारों के समक्ष भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। काम की तलाश में हर रोज बरहज आने वाले विशुनपुर देवार रामभवन राजभर, श्रीकिशुन राजभर, हरिलाल, शिवबचन, जग्गू राजभर ने दूरभाष पर बताया कि रोज कमाने से ही घर का चूल्हा जलता है। तीन दिन से नाव या स्टीमर नहीं चल रहा है, जिससे भोजन का संकट पैदा हो गया। शनिवार को निजी डेंगी से बरहज जाने का का प्रयास किया गया तो नाविक ने एक तरफ से तीस रुपये किराया मांगा। इतना किराया देना संभव नहीं है।
दूध बेचने बरहज आने वाले जगदीश यादव, शिव नारायण यादव, भान यादव, रमाकांत यादव, सीताराम यादव, जगई यादव आदि ने बताया कि तीन से आवागमन बंद होने से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्राहकों के बदलने का डर भी सता रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अशोक यादव, नकछेद प्रसाद, मंजनाथ यादव, सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्टीमर बन कर तो आ गया है, लेकिन चालक नौ माह से मजदूरी न मिलने की बात कहते हुए स्टीमर चलाने से मना कर दिया। जब ठेकेदार से कहा गया तो उसने धन मिलने के बाद मजदूरी भुगतान की बात कह फोन काट दिया। अधिकारी भी बात नहीं सुन रहे हैं।
इस संबंध में अवर अभियंता एम एल गुप्ता ने बताया कि मुझे ठेकेदार द्वारा स्टीमर खराब होने की बात बताई गई। अगर मजदूरी बकाया के लिए स्टीमर नहीं चल रहा तो यह गलत है। ठेकेदार से वार्ता कर स्टीमर चलवाने का प्रयास किया जाएगा।