भाटपाररानी क्षेत्र के दो सौ गांव अंधेरे में, हाहाकार
देवरिया: स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से जुड़े तकरीबन दो सौ गांवों में दो दिन से आपूर्ति ठप है। आपूर्ति ठ
देवरिया: स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से जुड़े तकरीबन दो सौ गांवों में दो दिन से आपूर्ति ठप है। आपूर्ति ठप रहने का कारण केबिल का ब्लास्ट होना बताया जा रहा है। इसे ठीक करने में पांच दिन का समय लग सकता है। केबिल रेल लाईन क्रास कर जमीन के अंदर डालना है, जिसे रेलवे ने रोक दिया है।
उपकेन्द्र से टाउन, पूर्वी, इंडोडच दक्षिणी व विश्वैंक फीडर क्षेत्र को आपूर्ति की जाती है। डंडोडच फीडर का मेन केबल सोमवार की सुबह ब्लास्ट कर गया। ऐसे में भाटपाररानी से ¨भगारी भवानीछापर तक तकरीबन दो सौ गांवों की आपूर्ति ठप हो गई। आपूर्ति नहीं रहने से उमस भरी गर्मी में लोग बेहाल हैं। हाइडिल के समीप रेल लाइन के नीचे से क्रास कर इंडोडच फीडर का केबिल ले जाया गया है। रेल लाइन का दोहरीकरण होने के कारण लाइन चौड़ा हो गया है। जैसे ही विद्युतकर्मी जैसे ही केबिल डालने के लिए खुदाई शुरु किए रेलवे के कर्मचारियों ने रोक दिया कहा कि बिना अनुमति के आप केबिल नहीं डाल सकते। इसके बाद विवाद की स्थिति देख जेई पीके पाल ने अधिशासी अभियंता को फोन कर इसकी सूचना दी। ऐसे में अनुमति मिलने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है। जेई ने कहा कि केबिल व सारा सामान तैयार है रेलवे ने रोक दिया है। अधिकारियों से वार्ता चल रही है। कुछ न कुछ हल निकल आना चाहिए। उधर गर्मी में विद्युत कटौती उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। पूरा दिन सब स्टेशन पहुंच लोग बिजली आने का समय लोग जानने का प्रयास करते रहे। कटौती को लेकर कई बार विद्युतकर्मियों से उपभोक्ताओं की झड़प भी हुई।