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भावी पीढ़ी के लिए जल संचयन जरूरी : वर्मा

देवरिया: आने वाला समय जल को लेकर संकट का होगा। भू जल का स्तर निरंतर नीचे जा रहा है, जिसे रोकना होगा

By Edited By: Published: Wed, 22 Jul 2015 10:59 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2015 10:59 PM (IST)
भावी पीढ़ी के लिए जल संचयन जरूरी : वर्मा

देवरिया: आने वाला समय जल को लेकर संकट का होगा। भू जल का स्तर निरंतर नीचे जा रहा है, जिसे रोकना होगा, क्योंकि जल संचयन भावी पीढ़ी को बचाने के लिए जरूरी है।

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यह बातें जिला बचत अधिकारी श्रीप्रकाश वर्मा ने कही। वह बुधवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उप्र के तत्वावधान में जिला विज्ञान क्लब देवरिया द्वारा भू-गर्भ जल जागरूकता सप्ताह के तहत युग निर्माण शिक्षक संस्थान देवरिया खास स्थित सभागार में आयोजित गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। पूर्व प्रधानाचार्य इंद्र कुमार दीक्षित ने कहा कि जल का जीवन से अन्योनाश्रय संबंध है। जीवन का उदय करोड़ों साल पहले पृथ्वी पर समुद्र के जल में हुआ। परंतु वैज्ञानिक और औद्योगिक विकास के युग में उपयोग के लिए स्वच्छ पानी मिलना मुश्किल है। इसका कारण है हमारी पीढ़ी जल संरक्षण के लिए जागरूक नहीं है।

विज्ञान क्लब के समन्वयक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जल नहीं होगा तो जीवन नहीं होगा। इसके लिए हमें जल के उपयोग और उसके संरक्षण के उपायों के प्रति सचेत होना होगा। जल को बचाने का प्रयोग हम अपने घरों से शुरू कर सकते हैं।

गोष्ठी में प्रमुख रूप से प्रताप नारायण, राकेश मिश्र, शिवम तिवारी, निधि मिश्र, विजया मणि, श्वेता ¨सह, कामिनी उपाध्याय, अंबिका प्रजापति, अभिलाषा मणि, स्मिता पांडेय, प्रतिभा यादव, शशि गौड़, प्रियंका ¨सह, प्रीति ¨सह, अर्चना द्विवेदी, कामिनी द्विवेदी, सात्विक, शुभम मणि, एसएन मिश्र, दूधनाथ मणि, राजेश कश्यप, राम प्रकाश प्रजापति, हरिशंकर मणि, सीमा द्विवेदी, सुरभि श्रीवास्तव, राहुल दूबे आदि ने संबोधित किया।


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