ठेले व खोमचे वालों ने छीना फुटपाथ
देवरिया : शहरी क्षेत्र की बात तो दूर ग्रामीण इलाकों में भी सड़क किनारे फुटपाथ भयंकर अतिक्रमण की चपेट
देवरिया : शहरी क्षेत्र की बात तो दूर ग्रामीण इलाकों में भी सड़क किनारे फुटपाथ भयंकर अतिक्रमण की चपेट में हैं। इसके चलते जाम अब आम हो गया है। उदाहरण के लिए बघौचघाट कस्बे की सड़क को ही ले लीजिए। सुबह करीब साठ फीट दिखने वाली सड़क दोपहर बाद दस फीट भी नहीं दिखती। डेढ़ से दो सौ मीटर दूरी तय करने में घंटों समय गुजर जाते हैं। ऐसे में कोई भारी वाहन बाजार से गुजरे तो घंटे-डेढ़ घंटे के लिए छुट्टी हो जाती है। खास बात यह है कि यह सड़क बिहार व कुशीनगर को जोड़ती है।
ग्रामीण क्षेत्र का बाजार होने के कारण कभी किसी ने यहां के फुटपाथों के बारे में नहीं सोचा। जिसके चलते दुकानदारों ने जहां-तहां स्थायी निर्माण तक करा लिया, वहीं ठेले-खोमचे वालों ने अपना स्थायी ठिकाना कायम कर लिया। दोपहर बाद से ही अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या शुरू होती है, जो देर शाम तक रहती है। जबकि कस्बे में ठेले व खोमचो वालों के लिए पर्याप्त स्थान है, लेकिन आज तक किसी ने वहां इन्हें स्थापित करने की पहल नहीं की, जिसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।
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जाम की समस्या, कस्बे वासियों की जुबानी
कस्बा निवासी वंशराज प्रसाद गुप्ता ने कहा कि बघौचघाट कस्बा बिहार प्रांत व कुशीनगर जनपद को जोड़ता है। ऐसे में सड़क का अतिक्रमण मुक्त होना अतिआवश्यक है। मो.सगीर ने कहा कि फुटपाथ न होने से प्रतिदिन जाम का सामना करना पड़ता है। डा.ऐनुल सिद्दीकी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उदासीनता व प्रशासनिक लापरवाही के चलते सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। वहीं मो.रियाज ने कहा कि जाम की समस्या वर्षो से चली आ रही है, लेकिन किसी रहनुमा ने आज तक इस पर ध्यान नहीं दिया। अब्बास ने कहा कि निर्माण कार्य व अतिक्रमण के चलते सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा इस समस्या से निजात दिलाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।