Move to Jagran APP

अब मजदूरों को रोजी व रोटी का संकट

देवरिया : गांव के गरीब मजदूरों के लिए चलाई गई भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा का विकास खंड

By Edited By: Published: Sun, 24 May 2015 09:49 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2015 09:49 PM (IST)
अब मजदूरों को रोजी व रोटी का संकट

देवरिया : गांव के गरीब मजदूरों के लिए चलाई गई भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा का विकास खंड रुद्रपुर में बुरा हाल है। काम करने के बावजूद करीब एक वर्ष से गांवों के मनरेगा मजदूर भुगतान के लिए कार्यालय का चक्कर लगाकर थक चुके हैं। गावों में उन्हें रोजगार के नहीं मिलने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। डिजिटल हस्ताक्षर के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है।

loksabha election banner

विकास खंड में 71 ग्राम पंचायतें है। जहां आकड़ों के अनुसार 11704 जाबकार्ड धारक है। पिछले वित्तीय वर्ष में मार्च 2014 से लेकर मार्च 2015 तक गावों में मिट्टी व खडं़जा बनाए जाने में मजदूरी कर भुगतान के लिए प्रधानों से लेकर खंड विकास अधिकारी तक अपनी फरियाद लगा चुके हैं। आरोप है कि तत्कालीन खंड विकास अधिकारी भृगुनाथ राम ने संचालन में हीलाहवाली की। पिछले एक माह से शोभावती देवी की तैनाती की गई, जिनके द्वारा भी डिजिटल हस्ताक्षर करने में टाल मटोल के चलते मजदूरों के खातों में एक वर्ष से फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हो सकी। मजदूरों के सामने परिवार के भरण पोषण का संकट आ गया है।

उधर मुख्य विकास अधिकारी कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने कहा कि मजदूरों की समस्या का शीघ्र समाधान कर दिया जाएगा।

ग्राम पंचायत पलिया के मोहर्रम, ईश्वरपुरा के गुलाब पासवान, भेड़ी किशोर, रामकुमार, निरहु, सुशीला, टिकोरी, एकलामिश्रौलिया साधू, छेदी, आंधी, राजेन्द्र, पिड़रा राजदेव, मोती, सोबरन, श्यामलाल, विजयी सोनमती, अम्मा उर्फ अमवां गीता देवी, लालती, उषा, चंद्रावती, खोपा शांति मुखलाल, सप्पू आदि ने बताया कि गांव में मरेगा के तहत होने वाले कार्य को करने के बाद भी मजदूरी के लाले पडे़ हुए है। खंड विकास अधिकारी ने कहा कि भुगतान के लिए कार्य में तेजी लाया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.