¨हदुओं को संगठित करने के लिए विहिप का उदय
देवरिया : गोरक्ष प्रांत दुर्गा वाहिनी के पांच दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन शनिवार को भारत मां
देवरिया : गोरक्ष प्रांत दुर्गा वाहिनी के पांच दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन शनिवार को भारत मां के चित्र के समक्ष गोरक्ष प्रांत के संगठन मंत्री प्रदीप एवं क्षेत्रीय संयोजिका मातृशक्ति डा.संगीता गोखले ने दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया। ¨हदू परिषद का परिचय प्रस्तुत करते हुए प्रदीप ने विहिप के कार्य का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने विहिप के संगठनात्मक, रचनात्मक, आंदोलनात्मक उपलब्धियों का वर्णन किया और कहा कि इसका जन्म ¨हदू समाज को सबल, संगठित बनाने के लिए हुआ है।
क्षेत्रीय संयोजिका संगीता ताई ने कहा कि समरसता समय की आवश्यकता है। पुरातन काल में हम ¨हदू क्या थे? और आज क्या हैं? आज देश में जाति-पाति, पंथ व क्षेत्रवाद को छोड़ कर केवल ¨हदू के रूप में अपना परिचय देने को कहा। हम सब एक हैं। एक ही परिवार के घटक हैं। वैदिक काल में अश्पृश्यता नहीं थी। चार वर्ण थे, लेकिन ऊंच-नीच का भाव नहीं था। सब समान थे। सुबह पांच बजे जागरण के साथ दुर्गा वाहिनी की बहनों ने प्रात:स्मरण तथा योग, व्यायाम, दंड तथा लक्ष्य भेद आदि का अभ्यास किया। बौद्धिक तथा चर्चा सत्रों में भाग लेते हुए सायं विधिक तथा सत्संग आदि में भाग लिया।
इस अवसर पर प्रांतमंत्री एवं वर्ग के व्यवस्था प्रमुख वंशराज, धर्म प्रसार मंत्री तारकेश्वर, जिला संगठन मंत्री संतोष, प्रभारी मातृशक्ति त्रिपाठी, दुर्गावाहिनी की सह संयोजिका डा.सुमन त्रिपाठी, दीपक रानी, वर्ग प्रमुख रूबी केडिया, प्रांत सह सत्संग प्रमुख डा.अश्वनी ओझा, जिलामंत्री कृष्णानंद गिरि, दुर्गेश राव, राजेश, भागवत, पवन, प्रमोद, जयप्रकाश, दिलराज, दिग्विजय गिरि आदि मौजूद रहे।