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संतोष के पीएम रिपोर्ट से ठिठके पुलिस के पांव

देवरिया : विवाह समारोह में नाबालिग सहकर्मियों से मारपीट के बाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़न

By Edited By: Published: Thu, 21 May 2015 10:56 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2015 10:56 PM (IST)
संतोष के पीएम रिपोर्ट से ठिठके पुलिस के पांव

देवरिया : विवाह समारोह में नाबालिग सहकर्मियों से मारपीट के बाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले संतोष यादव की अंत्य परीक्षण रिपोर्ट से पुलिस के पांव ठिठके हुए हैं। अंत्य परीक्षण रिपोर्ट उजागर होने के बाद पुलिस असमंजस में है, कारण कि चिकित्सकों ने रिपोर्ट में कहा है कि युवक की मौत हृदयाघात से हुई है। बड़ा सवाल यह है कि गैरइरादतन हत्या के चार नाबालिग आरोपियों के खिलाफ पुलिस अब कौन सी कार्रवाई करेगी? आरोपों के आधार पर क्या उन्हें बाल सुधार गृह भेजा जाएगा या फिर अंत्य परीक्षण रिपोर्ट की बुनियाद पर वह बरी होंगे।

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मंगलवार की रात रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव में एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे संतोष यादव पुत्र त्रिवेणी यादव की किसी बात को लेकर अपने ही सहकर्मियों से कहासुनी व हाथापाई हो गई। इस दौरान घायल युवक ने देर रात इलाज के दौरान सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया। पति की मौत से हतप्रभ पत्नी ने तहरीर में दावा किया कि संतोष को पुरानी रंजिश में मौत के घाट उतारा गया। हत्या का आरोप गांव के ही उन चार लोगों पर लगा जो संतोष के कार्य में साझीदार थे। पत्नी ने बताया कि उसका पति विवाहोत्सव आदि में रोड लाइट व जनरेटर चलाता है, जबकि आरोपी रोड लाइट सिर पर रखने वाले लोग हैं। इसके आधार पर गैर इरादतन हत्या का अभियोग पंजीकृत कर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक चारों आरोपी नाबालिग हैं। गुरुवार को देर शाम शव विच्छेदन के बाद चिकित्सकों ने जो दावा किया उससे पुलिस के माथे पर ¨चता की लकीर ¨खच गई। चिकित्सकों ने संतोष से मारपीट की घटना की तो पुष्टि की, लेकिन वह कत्तई मानने को तैयार नहीं की युवक की हत्या की गई। मृतक के शरीर पर चोट के ऐसा कोई चोट नहीं मिला, जो उसके मौत का कारण बन सके। रिपोर्ट में कहा है कि संतोष की जान हृदयगति थमने से गई। इधर मामले की छानबीन कर रही पुलिस को अब तक कोई ऐसा चश्मदीद नहीं मिला जो मारपीट की घटना की पुष्टि कर सके। मृतक की पत्नी के तहरीर पर कानूनी कार्रवाई कर रही पुलिस फिलहाल असमंजस में फंसी है। पीएम रिपोर्ट ने नाबालिग आरोपियों को जहां बेकसूर बताया है, वहीं मृतक की पत्नी के गंभीर दावे से वह संदेह के घेरे में है। रोचक सवाल यह है कि आखिरकार पुलिस की भूमिका अब क्या होगी?

- कानून करेगा अपना काम : एसपी

देवरिया : इस बावत पुलिस अधीक्षक डा.मनोज कुमार ने कहा कि पूर्व की भांति कानून अपना काम करेगा। पीएम रिपोर्ट में संतोष की मौत हृदयाघात बताई गई है। यह सही है कि संतोष का विवाद उसके सहकर्मियों से हुआ। मारपीट भी हुई, लेकिन छानबीन में कुछ ऐसे तथ्य प्रकाश में आए हैं, जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि आरोपी चारों नाबालिग प्रथम दृष्टया बेगुनाह हैं। फिर भी पुलिस घटना से जुड़ी हर पहलू की जांच कर रही है।


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