पुरानी पेंशन व्यवस्था समाप्त करना दूषित मानसिकता
देवरिया: शासन से सभी समस्याओं के समाधान के प्रति सहमति होने के बाद भी शासनादेश निर्गत न होने से डि
देवरिया:
शासन से सभी समस्याओं के समाधान के प्रति सहमति होने के बाद भी शासनादेश निर्गत न होने से डिप्लोमा इंजीनियरों में आक्रोश है। संगठन मांगों को लेकर आंदोलन पर जाने को विवश है।
यह बातें महासंघ के जनपद अध्यक्ष ई.केएन राय ने कही। वह गुरुवार को केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दो दिवसीय सामूहिक अवकाश के अंतिम दिन आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। मारकंडेय तिवारी ने मांगों पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा वर्ष-2005 से पेंशन की पुरानी व्यवस्था को समाप्त किया जाना दूषित मानसिकता का सूचक बताया। जनपद सचिव ई.कुंवर विजय सिंह ने कहा कि 21 वीं सदी में भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने के लिए संगठन प्रतिबद्ध है।
जनपद सचिव ई.वीडी दूबे ने ग्रेड पे-4200 से 4800 के मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। ई.डीएन पांडेय ने भौतिक रूप से प्रमोशन की मांग की। ई.दीपक सिंह ने वेतन विसंगति पर आक्रोश व्यक्त करते हुए संघर्ष का आह्वान किया।
बैठक में ई.हीरालाल कुशवाहा, ई.राजकुमार, ई.धर्मेद्र, ई.चंद्रबली राम, ई.मृत्युंजय चौबे, ई.अनिल कुमार यादव, ई.सत्येंद्र पाल, ई.ब्रजेश कुमार सिंह, ई.डीपी गौतम, ई.अमर बहादुर, ई.विवेकानंद, ई.चंद्रपाल गुप्ता, ई.राजेश्वर द्विवेदी, ई.अमित कुमार, ई.पीपी आनंद आदि मौजूद रहे।