बाबा के सिपुर्द नेपाली किशोर
देवरिया : बीते तीन वर्ष से लावारिस के रूप में राजकीय बालगृह में रह रहे नेपाल देश के मूल निवासी एक क
देवरिया : बीते तीन वर्ष से लावारिस के रूप में राजकीय बालगृह में रह रहे नेपाल देश के मूल निवासी एक किशोर को न्यायालय के आदेश पर उसके बाबा के सुपुर्द कर दिया गया। इस मौके पर बालगृह के कर्मचारियों के अलावा महिलाओं व बच्चों के लिए कार्य करने वाली नेपाल की संस्था माइटी की प्रभारी भी मौके पर मौजूद रहीं।
राजकीय बाल गृह (बालक) द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के मुताबिक जून 2012 में कानपुर से स्थानांतरित होकर देवरिया स्थित बालगृह पहुंचा अजय थापा नेपाल देश के प्यूठान (विजुआर) जिले के थाना कालिका स्थित ग्राम पुण्यकोला का मूल निवासी है। लावारिस किशोर का नाम-पता ढूंढने में नेपाल की संस्था माइटी ने अहम योगदान दिया। संस्था की प्रभारी प्रभा खनाल बीते दस जनवरी को जिला मुख्यालय पहुंचीं। उनसे जानकारी मिली कि किशोर के मां-बाप दुनिया में नही हैं। किशोर का एक मात्र सहारा बाबा मन बहादुर है। किशोर के देवरिया में होने की जानकारी संस्था ने उसके बाबा को दी। इसके बाद मन बहादुर ने न्यायालय बाल कल्याण समिति में अजय थापा को वापस घर लेने की गुहार लगाई। गुहार स्वीकार करते हुए न्यायालय ने अजय थापा को उसके बाबा के सुपुर्द करने का फैसला सुनाया। इसके बाद बुधवार को संबंधित लोगों की मौजूदगी में अजय अपने घर के लिए कूच कर गया।