विद्युत कर्मियों ने भरी हुंकार
धरने को संबोधित करते हुए राजनाथ मिश्र ने कहा कि सरकार 14 जनवरी 2000 के समझौते के आधार पर विद्युत परि
धरने को संबोधित करते हुए राजनाथ मिश्र ने कहा कि सरकार 14 जनवरी 2000 के समझौते के आधार पर विद्युत परिषद का पुनर्गठन करे। ठेकेदारी प्रथा में मजदूरों के ईपीएफ कटौती में करीब एक हजार करोड़ रुपये का गबन किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण न होने पर संगठन चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि संगठन 20 से 24 जनवरी तक लखनऊ स्थित मुख्यालय पर आंदोलन करेगा। इसके बाद 10 फरवरी को विधानसभा पर प्रदर्शन किया जाएगा। अध्यक्षता करते हुए रामविलास मणि ने कहा कि कर्मचारियों की उपेक्षा सरकार कर रही है। उनकी मांगों की उच्चाधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रेड पे को समान आधार पर सुनिश्चित किया जाए।
धरना देने वालों में मनोज कुमार निगम, विपिन विश्वकर्मा, दुर्गेश कुमार, रामसुंदर, अरविंद दीक्षित, आनंद कुमार शाही, चित्रसेन सिंह, देवेंद्र पांडेय, सुदामा पांडेय, केएम सिंह, जयराम मौर्य, सुनील सिंह, अजय कुमार, बशीर, ओमप्रकाश गोंड, मनीष कुमार, रणधीर राय, उमेश यादव, महेंद्र यादव, हरेराम गोंड, राजकुमार गोंड, बाबूलाल कुशवाहा, अनिल कुमार सैनी, अशोक चौहान, रामभवन यादव, लालू यादव, मुक्तेश्वर मणि, शिवनाथ, सुरेंद्र कुमार सैनी, ऋषिमुनि, मनोज पटेल, धर्मेद्र कुमार, अर्जुन पांडेय, बैजनाथ तिवारी, अरुण वर्मा, मनोज कुमार, सुधीर कुमार, अमर नाथ सिंह, घनश्याम कुशवाहा, राहुल, कैलाश पासवान आदि शामिल रहे।