शव लेकर आए कर्मियों को बनाया बंधक
देवरिया : बनकटा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी एक मजदूर की हैदराबाद में निजी कंपनी में कार्य क
देवरिया : बनकटा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी एक मजदूर की हैदराबाद में निजी कंपनी में कार्य करते समय गिरने से मौत के बाद शव को बिना अन्त्यपरीक्षण कराए घर भेज दिया गया। बुधवार की सुबह 10 बजे शव जैसे ही घर पहुंचा, परिजनों समेत आक्रोशित ग्रामीणों ने युवा नेता अवश्वनी सिंह के नेतृत्व में शव के साथ आए चार कर्मियों को बंधक बना लिया। बनकटा पुलिस ने पहले घटनास्थल दूसरी जगह होने की बात कह मामले को टालना चाहा, लेकिन मामला बिगड़ते देख शव को अन्त्यपरीक्षण के लिए दिन में दो बजे भेजा।
शव के आने की सूचना पर श्री सिंह पीड़ित के घर ढांढस बंधाने पहुंचे। एम्बुलेंस से बीस वर्षीय राज प्रसाद पुत्र लक्ष्मी प्रसाद का शव लेकर जैसे ही कंपनी के कर्मी पहुंचे, तो युवा नेता ने अंत्यपरीक्षण की रिपोर्ट मांगी। कर्मिर्यों ने जैसे ही कहा कि अंत्यपरीक्षण नहीं कराया गया है। सवाल-जवाब शुरू हो गया। मामला बढ़ा तो ग्रामीणों ने शव सहित एम्बुलेंस में सवार चार लोगों को बंधक बना लिया। श्री सिंह ने बनकटा पुलिस से अंत्यपरीक्षण के लिए कहा तो पुलिस ने घटनास्थल अपने यहां नहीं होने की बात कह मामले को टालना चाहा। लोगों ने शव रख मार्ग जाम करने की चेतावनी दी। इसके बाद पुलिस के कान खड़े हुए और बनकटा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उसी एम्बुलेंस से शव को जिला मुख्यालय अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया। ग्राम प्रधान भालचंद यादव, राम अवतार, मैनेजर यादव, सुदर्शन कुशवाहा, नंदलाल, गुडडू, मुलायम आदि का कहना है कि किसी भी सुविधा या योजना का लाभ बिना अंत्यपरीक्षण के नहीं मिलेगा। इससे घटना का कारण भी पता चल जाएगा। कंपनी के मलिक ने बीमारी से मौत बताया था, लेकिन शव देखने के बाद ऐसा नहीं प्रतीत हो रहा है। लोगों ने कंपनी से 10 लाख रुपये मुआवजा की मांग की। थानाध्यक्ष मृत्युंजय पाठक ने कहा कि शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।