माता-पिता की सेवा से मिलता है स्वर्ग
जागरण संवाददाता,देवरिया: कथा व्यास डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि माता-पिता का स्थान भगवान से भी
जागरण संवाददाता,देवरिया: कथा व्यास डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि माता-पिता का स्थान भगवान से भी ऊंचा है। इनकी सेवा और आज्ञा का पालन करने वाला सदैव स्वर्ग का भागी होता है। जबकि माता-पिता का अनादर करने वाली संतान जीवन में कष्ट भोगती है।
डा. मिश्र क्षेत्र के ग्राम गड़ेर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करा रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान राम पिता के वचन का मान रखने के लिए वन चले गए और दु:ख झेला। जिस पुत्र के कर्म और वचन से माता और पिता को सुख मिलता है परमात्मा उसके लिए स्वर्ग के दरवाजे खोल देता है। सदाचार से यश मिलता है, कीर्ति बढ़ती है। पराई नारी पर नजर डालने से यश, कीर्ति और संपति का नाश होता है। अपनी पत्नी द्वितीया के चांद की तरह शुभ फलदायिनी होती है।
समाज में मदिरा सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति को चिंताजनक बताते हुए कहा कि शराब के सेवन से व्यक्ति विकृत मानसिकता का शिकार होता है। बुद्धि व चेतना का नाश होता जाता है। जिस घर में शराब का सेवन होता है, लक्ष्मी और सरस्वती उस घर को छोड़ देती हैं।