प्रभु श्रीराम ने किया अहिल्या का उद्धार
देवरिया : रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के दूसरे दिन अयोध्या में विश्वामित्र का आगमन, ताड़का वध,
देवरिया : रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के दूसरे दिन अयोध्या में विश्वामित्र का आगमन, ताड़का वध, मारीच सुबाहु, अहिल्या उद्धार आदि का कलाकारों ने मनोहारी मंचन किया। शुक्रवार को मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक डा.एस चन्नप्पा सपत्नीक व समिति अध्यक्ष मन्नन प्रसाद ने राम-सीता का पूजन-अर्चन व आरती की।
रामलीला में जनकपुर का एक पत्रवाहक विश्वामित्र को अपने 88 हजार शिष्यों सहित सीता स्वयंवर में आने का निमंत्रण पत्र देता है। विश्वामित्र शिष्यों राम-लक्ष्मण सहित जनकपुर प्रस्थान करते हैं। मार्ग में एक निर्जन आश्रम देखकर श्रीराम विश्वामित्र से उस आश्रम के बारे में जानकारी चाहते हैं। पूछते हैं कि यह आश्रम सूना व उजाड़ क्यों है। नारी आकृति की शिला को इंगित कर उसके बारे में पूछते हैं। गुरुदेव बताते हैं कि यह गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या हैं, श्राप के कारण शिला बन गई हैं। हे राम मेरे आदेशानुसार इन्हें कृत्यार्थ करो। भगवान उनका उद्धार करते हैं। इसके बाद जनकपुर पहुंचते हैं।
इस दौरान अध्यक्ष मन्नन प्रसाद सर्राफ, उपाध्यक्ष विनय कुमार बरनवाल श्रीचंद्र गोरे उपस्थित रहे।
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सीता विवाह का मंचन देख दर्शक हर्षित
जागरण संवाददाता, रामपुर कारखाना/देवरिया : नगर पंचायत रामपुर कारखाना में चल रही रामलीला के तीसरे दिन सीता व राम विवाह का मंचन देख दर्शक हर्षित हो उठे। धनुष टूटते ही दर्शकों ने जय श्रीराम का घोष किया।
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राम जन्म होते ही गूंजा जयकारा
जागरण संवाददाता,बरहज/देवरिया: नगर स्थित पुलिस चौकी के निकट चल रही रामलीला के तीसरे दिन गुरुवार को रामजन्म, ताड़का वध का मंचन हुआ। राम का जन्म होते ही दर्शकों ने भगवान राम की जयकार की।