ट्रेन की चपेट में आकर मां व दो बच्चे घायल
देवरिया : भटनी-छपरा रेलखंड पर भाटपाररानी रेलवे स्टेशन के पश्चिम बेलपार रेलवे क्रासिंग के समीप गुरुवा
देवरिया : भटनी-छपरा रेलखंड पर भाटपाररानी रेलवे स्टेशन के पश्चिम बेलपार रेलवे क्रासिंग के समीप गुरुवार की शाम एक महिला अपने दो बच्चों के साथ ट्रेन की चपेट में आ गई। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना देकर घायलों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। घटना में दो वर्षीय बच्ची के एक हाथ कलाई कट गई तो 4 वर्षीय बच्चे के पैर की अंगुलियां कट गई हैं। महिला के सिर व हाथ में गम्भीर चोटें हैं। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने तीनों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
रीना देवी 32 पत्नी जयकुमार सिंह निवासी पिपराबघेल बीच पट्टी थाना खामपार की निवासी हैं। वह पुत्री छोटी (2) व पुत्र नीतिश (4) के साथ बिहार के मैरवा अपनी बहन से मिलने गई थी। शाम को वह भाटपाररानी पहुंची और गांव जाने के लिए बस पकड़ने बेलपार ढाला पहुंची। इस बीच लघुशंका से निवृत्त होने के लिए वह रेलवेलाइन किनारे चली गई। उसके दोनो बच्चे रेल लाइन पर चले गए। उसी दौरान मिलिट्री स्पेशल ट्रेन सिवान की तरफ से आ गई। ट्रेन को आता देख महिला ने दौड़कर दोनों बच्चों को बचाया, लेकिन वो गम्भीर रूप से घायल हो गईं। इस दौरान छोटी का बायां हाथ कलाई से कट गया है, जबकि नीतीश के बाए पैर की अंगुलियां कट गई हैं। घटना के बाद इंस्पेक्टर लल्लन सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों के सहयोग से घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने तीनों घायलों को गंभीरावस्था में जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
..............
मां तुझे सलाम, बचा ली मासूमों की जान
भाटपाररानी/देवरिया : गोरखपुर-छपरा रेलखंड में फर्राटा भरती ट्रेन के आगे अपने जिगर के टुकड़ों को देख रीना में अचानक न जाने कौन सी शक्ति आ गई और पलक झपकते ही रेल पटरी पर पहुंच गई। अपने दोनों मासूमों को ट्रेन के सामने सी खींच लिया। यह दृश्य देख लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं। यदि चंद सेकेंड की भी देर होती तो दोनों मासूम काल के गाल में समा गए होते। लोगों ने मां की बहादुरी को न सिर्फ सलाम किया, बल्कि कहने से नहीं चूके कि ममता से मौत हार गई।
हालांकि इस दुर्घटना में दो वर्षीय मासूम की कलाई कट गई, जबकि चार वर्षीय बेटे के पैर की अंगुलियां अलग हो गईं। बच्चों को बचाने के चक्कर में महिला भी गंभीर रूप से घायल हो गई। अति व्यस्त बेलपार ढाले पर जमा भीड़ महिला की बहादुरी की चर्चा करते अस्पताल तक पहुंच गई। वहां चिकित्सक ने भी प्राथमिकता के आधार पर तीनों का प्राथमिक उपचार कर तत्काल जिला अस्पताल के लिए रवाना कर दिया। अस्पताल में मौजूद अनजान लोगों ने महिला की आर्थिक मदद भी की। कुछ लोग घायल बच्चों को चुप कराने के लिए खाने की चीजें भी लेकर पहुंचे।