थमने का नाम नहीं ले रहा डायरिया, दो भर्ती
देवरिया : स्थानीय विकास खंड के परासखांड गांव में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार देर रात तक दो और मरीज इसकी चपेट में आ गए, जिनको जिला अस्तताल में भर्ती कराया गया है। इसके बावजूद गांव स्वास्थ्य विभाग की टीम केवल खानापूर्ति कर रही है।
डायरिया से अब तक दो दर्जन से ऊपर लोगों को चपेट में ले लिया है, जबकि दो कि मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के धीमी गति के कारण अभी तक बीमारी पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। इसका उदाहरण है कि गांव की ज्ञांती पत्नी भोरी व खुशी पुत्री बेचू जिला अस्पताल में भर्ती हैं। गांव में दो बच्चियों की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग क्लोरीन के सहारे बीमारी पर काबू पाने का तीर चला रहा है, जबकि मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक सप्ताह बाद भी गांव में न तो विशेष कैंप लगाया जा रहा है और न ही डाक्टरों की उच्च स्तरीय टीम लगाई जा रही है।
ग्रामीणों में जगदीश शर्मा, भभूति यादव, अरविंद श्रीवास्तव, अनिल यादव, बृजमोहन, बेचू, मैनेजर, रामसकल यादव, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामधनी प्रसाद ने बताया कि अगर स्वास्थ्य विभाग गांव में कैंप नहीं लगाया गया तो ब्लाक मुख्यालय पर 18 सितम्बर को धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। ग्रामीणों को एम्बुलेंस न मिलने का भूत सता रहा है। प्राइवेट वाहनों के सहारे मरीजों को जिला अस्पताल लाना पड़ रहा है। यहां पर भी इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार जब तक बीमारी पर काबू न पाया जा सके तब तक एक एम्बुलेंस गांव में स्थाई रूप से रखा रखा जाए।
उधर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देसही देवरिया की टीम के अख्तर अब्बासी ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामधनी के साथ गांव में भ्रमण कर मरीजों में दवा वितरित किया।