उत्पीड़न का विरोध, चक्का जाम
देवरिया: जिला प्रशासन द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों किए जा रहे उत्पीड़न के विरोध में तहसील में अनशन कर रहे ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को तहसील गेट पर चक्का जाम कर सभा की। उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार व क्षेत्राधिकारी डा. राकेश कुमार मिश्र के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। इस दौरान करीब तीन घंटे तक आवागमन ठप रहा।
चार दिन से अनशनरत ग्राम प्रधानों ने प्रशासन के रवैए से नाराज होकर सुबह 11 बजे तहसील गेट के सामने बरहज- कपरवार मार्ग को जाम कर दिया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र मणि त्रिपाठी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को लेकर नौकरशाही जिस तरह से उदासीन है, वह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। जिले के अधिकारी ग्राम प्रधानों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। जब इसका विरोध किया गया तो ब्लाक प्रमुख समेत कई ग्राम प्रधानों के विरुद्ध फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जयप्रकाश मिश्र ने कहा कि अधिकारी बेलगाम हो गए हैं। ग्राम प्रधान लोकतंत्र की नींव है। नौकरशाह ब्यूरोक्रेसी को प्रभावशाली बनाने के लिए लोकतंत्र की नींव हिलाने का प्रयास कर रहे हैं। बरहज के ब्लाक प्रमुख रणजीत यादव ने कहा कि डीडीओ, एक सचिव व बरहज के थानेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने तक आंदोलन चलता रहेगा। सभा को डा. चतुरानन ओझा, रामकिशोर वर्मा, बाबूराम शर्मा, सत्येन्द्र यादव, रामनिवास उपाध्याय, राजीव उपाध्याय, बरहज के ब्लाक अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, गजेन्द्र शुक्ल आदि ने संबोधित किया। इस दौरान डा. चंद्रिका उपाध्याय, संजय यादव, अशोक कुमार यादव, शंभूनाथ कुशवाहा, अरविंद उपाध्याय, रमापति, जयप्रकाश यादव, बलिराम कुशवाहा, रामनिवास मिश्र, जवाहर कुशवाहा, शिवनाथ यादव, कमला यादव, घनश्याम कुशवाहा, रमेश तिवारी, संजय गुप्ता, बब्बर यादव, प्रहलाद गुप्ता, त्रिलोकी यादव, छोटेलाल, शांति स्वरुप तिवारी, आकाश तिवारी, त्रिपुरेश रावत, रामप्रकाश सिंह, केदारनाथ, देवेन्द्र यादव, हरेराम यादव, रवीन्द्र कुमार यादव, अजय कुमार, खूबलाल आदि मौजूद रहे।