Move to Jagran APP

बरहज में घुसा बाढ़ का पानी

By Edited By: Published: Thu, 21 Aug 2014 10:44 PM (IST)Updated: Thu, 21 Aug 2014 10:44 PM (IST)
बरहज में घुसा बाढ़ का पानी

देवरिया : बरहज में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। बेकाबू घाघरा खतरे के निशान से 1.18 मीटर उपर प्रवाहित हो रही है। जलस्तर बढ़ने से बरहज नगर के कई मुहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया। विशुनपुर देवार-नुरुल्लाहपुर बंधा ओवरफ्लो कर पानी एक फिट उपर बह रहा है, जिससे परसिया देवार तथा मऊ जनपद के आधा दर्जन गांवों में हड़कंप मच गया है। ग्रामीण पलायन कर बंधे पर शरण ले रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पीएसी तैनात की दी गई है।

loksabha election banner

गुरुवार को घाघरा का जलस्तर 67.68 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से एक मीटर 18 सेमी अधिक है। चौबीस घंटे में 23 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। नदी का पानी बुधवार की रात बरहज नगर के जहाज घाट, पटेल नगर, तिवारीपुर चनिया टोला, बरगइयां आदि मुहल्लों में पानी घुस गया है। पानी घुसते ही अफरा तफरी मच गई है। अशोक जायसवाल, रामबेलास राजभर, परशुराम जायसवाल, चुल्ली शर्मा, अमानुल्लाह शा के मकानें, रामजानकी मंदिर, रविदास मंदिर पानी से घिर गए हैं। रामजानकी मार्ग पर नदी का पानी हिलारे मार रहा है। ईदगाह के पास बनी पुलिया से पानी उत्तर तरफ बढ़ रहा है, जिससे ईदगाह परिसर व सब्जी के खेतों में पानी भर गया है।

विशुनपुर देवार-नुरुल्लाहपुर बंधा से नकिहवा के पास पानी ओवरफ्लो कर बंधा पर एक फिट ऊपर बह रहा है। पानी ओवरफ्लो की परसिया देवार व मऊ जनपद के बिनटोलिया, जरलहवा, हाटा, खैरा, कोईरी टोला, लीलहवा की तरफ पानी बढ़ रहा है। ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। नुरुल्लाहपुर के निकट बनी पुलिया के उपर से बह रहा पानी नुरुल्लाहपुर, कचिका, सारंगापुर की तरफ बढ़ रहा है। तटबंध पर पानी चढ़ने से विशुनपुर देवार के पंद्रह मजरों पर घरों में पानी भर गया है। घर छोड़कर ग्रामीण बंधे पर पलायन करने लगे हैं। संपर्क मार्ग टूटने से गांव टापू बन गया है। उधर परसिया कूर्ह में कटान में कमी आई है। चौबीस घंटे में किसी मकान के कटने की सूचना नहीं है। छट्ठू सिंह, यासीन, व्यास मिश्र, राघवेंद्र मिश्र, आशीष मिश्र, रामानंद सिंह, उपेंद्रनाथ पांडेय, श्याम बिहारी मिश्र, दयानंद मिश्र, राधेश्याम मिश्र, पंकज मिश्र आदि के घर तबाही के मुहाने पर हैं। मकानों को तोड़ने का क्रम जारी है।

राप्ती ने भदिला प्रथम, धनया उर्फ कुंदमहाल के साथ कपरवार, मोहरा, केवटलिया, माझा, समोगर आदि गांवों पर दबाव बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को महेन केवटलिया बंधे का निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

बाढ़ प्रभावित दियारा व कछार क्षेत्र के ग्रामीणों को बाहर निकालने के लिए नावें लगा दी गई हैं। जो लोग गांव छोड़ना चाहते हैं, उनके लिए बाढ़ राहत शिविरों में सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जरुरत पड़ी तो और नाव लगाई जाएगी।

शैलेंद्र कुमार

उपजिलाधिकारी, बरहज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.