यूपी-एमपी प्रशासन ने बनाई साझा रणनीति
चित्रकूट,जागरण संवाददाता : पांच दिवसीय दीपदान मेला को लेकर यूपी-एमपी के प्रशासन ने कमर कस ली है। मंद
चित्रकूट,जागरण संवाददाता : पांच दिवसीय दीपदान मेला को लेकर यूपी-एमपी के प्रशासन ने कमर कस ली है। मंदाकिनी में दीपदान के लिए आने वाले संभावित 40 लाख श्रद्धालुओं को सुरक्षा के साथ मूलभूत सुविधाएं देने के लिए दोनों सूबे के अधिकारी आपसी सामंजस्य से काम करेंगे। जिसकी रणनीति शनिवार को बनाई गई।
27 अक्टूबर से शुरु होने वाले पांच दिवसीय दीपावली अमावस्या मेला के लिए आयोजित संयुक्त बैठक में जिलाधिकारी चित्रकूट (यूपी) मोनिका रानी और जिलाधिकारी सतना (एमपी) नरेश कुमार पाल ने रणनीति तय की। सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय में दोनों सूबे के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में शाति और कानून व्यवस्था, विद्युत, साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा, मार्ग, परिवहन -यातायात, पार्किंग, खोया पाया केन्द्र व कन्ट्रोल रूम आदि को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार दीपावली मेला में लगभग 40 लाख श्रद्धालु मंदाकिनी में दीपदान करेंगे। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये। इसके लिए जिलाधिकारी सतना ने कहा कि मंदाकिनी किनारे रामघाट व भरतघाट पर तीर्थयात्रियों को बैठने न दिया जाय। 29 व 30 अक्टूबर को दीपदान का समय बहुत महत्वपूर्ण है उस दिन विशेष ध्यान रखा जाय। ट्रेनों के लिए यह व्यवस्था की जाय कि किस समय किस ट्रेन से कितनी भीड़ आ रही है। उसकी जानकारी मध्य प्रदेश शासन को भी उपलब्ध करायी जाय।
जिलाधिकारी चित्रकूट ने कहा कि दोनों प्रातों के सभी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट व पुलिस आफीसर आपस में वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से एक दूसरे के हल्के की जानकारी का आदान प्रदान करते रहेंगे। इसके साथ ही हमारे सभी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों को एक-एक वीडियोग्राफर भी उपलब्ध कराये गये हैं। जो भीड़ आदि की जानकारी एकत्र करते रहेंगे। ट्रेनों के संचालन व भीड़ के संबंध में जानकारी जीआरपी उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनगरी के आस-पास वाली सड़कों व परिक्रमा मार्ग में अन्ना पशुओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। एसडीओपी चित्रकूट पन्नालाल अवस्थी ने बताया कि पीलीकोठी के पास आश्रमशाला के सामने संग्रामपुर होते हुए सम्पर्क मार्ग के रास्ते से उत्तर प्रदेश की तरफ के वाहन आ जाते हैं जिससे ट्राफिक व्यवस्था पर व्यवधान होता है। डीएम चित्रकूट ने उप जिलाधिकारी कर्वी नरेंद्र बहादुर सिंह व पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राजेश तिवारी को निर्देश दिये कि इस रास्ते पर बैरियर लगाया जाय। साथ ही कहा कि जो भी श्रद्धालु भण्डारा कराते हैं उन्हें बिना परमीशन के भण्डारा न आयोजित कराने दें। परमीशन दें तों उसमें उनका नाम, पूरा पता व मोबाइल नंबर सहित जानकारी रखी जाय। उन्होंने बताया कि पाच स्पेशल ट्रेनें चलायी गई हैं और अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की भी माग की गई है।
अध्यक्ष नगर पंचायत नयागाव प्राची चतुर्वेदी ने बताया कि रामघाट से परिक्रमा मार्ग व जानकीकुण्ड से परिक्रमा मार्ग व पूरे मेला क्षेत्र की प्रकाश व्यवस्था के लिए जेनरेटर की व्यवस्था रहती है और परिक्रमा में स्थायी रुप से तीन जनरेटर रखे हुए हैं जो विद्युत जाने पर संचालित रहेंगे और रामघाट पर 22 से 23 नावों का रजिस्ट्रेशन है। इस पर जिलाधिकारी सतना ने निर्देश दिये कि जो नावें बिना रजिस्ट्रेशन के बची हुईं हैं उनका भी करा दिया जाये और उन्हें एक जगह पर एकत्रित न होने दें। इसका विशेष ध्यान दिया जाय। चौकी प्रभारी सीतापुर नीरज यादव ने बताया कि दोनों प्रातों के मेन कन्ट्रोल रूम पर मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के एक-एक कर्मचारी की ड्यूटी शिफ्टवाइज लगायी जाती है जिससे आपस में तालमेल व जानकारी उपलब्ध होती रहती है। डिप्टी कलेक्टर सतना ने बताया कि जानकीकुण्ड चिकित्सालय में 10 बेड का रूम व चिकित्सकों की टीम रहती है। इसके अलावा अतिरिक्त 08 टीमें डाक्टरों की लगायी गई हैं चार एम्बुलेंस, चार फायर बिग्रेड मशीने, पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था, एसडीआरएफ. व एनडीआरएफ. टीम की भी व्यवस्था की गई है।
पुलिस अधीक्षक सतना मिथलेश शुक्ला ने बताया कि अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जायेगी। इसमें किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं आयेगा और दण्डवती परिक्रमा करने वालों को बैरीकेटिंग के बाहर कतई न आने दिया जाय। इस व्यवस्था को दोनों प्रातों के पुलिस अधिकारी सुनिश्चित करेंगे।