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सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से किसान करें पानी की बचत

चित्रकूट, जागरण संवाददाता : उद्यान विभाग की ओर से किसानों को सूक्ष्म सिंचाई पद्धति का प्रशिक्षण दिया

By Edited By: Published: Sat, 01 Nov 2014 01:11 AM (IST)Updated: Sat, 01 Nov 2014 01:11 AM (IST)
सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से किसान करें पानी की बचत

चित्रकूट, जागरण संवाददाता : उद्यान विभाग की ओर से किसानों को सूक्ष्म सिंचाई पद्धति का प्रशिक्षण दिया गया। कृषि व बागवानी विशेषज्ञों ने किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर के उपयोग से होने वाले लाभ गिनाए।

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नेशनल मिशन फार सस्टेनेबुल एग्रीकल्चर योजना अंर्तगत आन फार्म वाटर मैनेजमेंट के दो दिवसीय प्रशिक्षण में उप कृषि निदेशक जगदीश नारायण ने कहा कि ड्रिप और स्प्रिंकलर का प्रयोग बुंदेलखंड के लिए वरदान है। यहां पर वैसे ही पानी की कमी है यदि सुक्ष्म सिंचाई पद्धति का उपयोग किसान करें तो वह कम पानी में अच्छी बागवानी और खेती कर सकते हैं। सरकार ने तमाम किसानों को अनुदान में स्प्रिंकलर सेट का वितरण भी किया है। जिसका लाभ किसान उठा रहे हैं। उप निदेशक उद्यान पंकज शुक्ला ने किसानों को विभागीय औद्यानिक योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एसएन त्रिपाठी ने कहा कि किसान यदि औद्यानिक फसलों को अपनाएं तो अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां के वैज्ञानिक विजय कुमार गौतम कहा कि बागवानी में ड्रिप व स्प्रिंकलर से सिंचाई की जाय तो पानी की काफी बचत की जा सकती है। राजकीय पौधशाला में हुए प्रशिक्षण में किसानों को शिवशंकर सिंह, गोविंद पटेल, डा. रामलखन सिंह सिकवार, प्रफुल्ल सिंह, जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह, राकेश कुमार, एसपी गौतम और शशिकांत आदि ने बागवानी की जानकारी दी।


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