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बाढ़ की विभीषिका से चारो ओर मची त्राहि-त्राहि

पड़ाव (चंदौली): पिछले दो दिनों से बारिश बंद होने के कारण तेजी से घट रहे गंगा के जलस्तर में अचानक स

By Edited By: Published: Mon, 22 Aug 2016 09:57 PM (IST)Updated: Mon, 22 Aug 2016 09:57 PM (IST)
बाढ़ की विभीषिका से चारो ओर मची त्राहि-त्राहि

पड़ाव (चंदौली): पिछले दो दिनों से बारिश बंद होने के कारण तेजी से घट रहे गंगा के जलस्तर में अचानक सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश से फिर बढ़ाव आ गया। आलम यह है कि डांडी में तड़वा वीर मंदिर में पानी घुस गया है और थोड़ा भी पानी बढ़ा तो जीटी रोड पर पानी आ जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो वाराणसी-मुगलसराय का सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो जाएगा। गंगा किनारे के तमाम इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस चुका है। एक तरफ जहां सामान लेकर छतों को आशियाना बनाया हुआ है वहीं बहुतों ने बाढ़ राहत शिविर में आसरा लिया हुआ है। दूसरी ओर सामाजिक, राजनैतिक व प्रशासनिक लोग जगह-जगह राहत कार्य में जुट गए हैं।

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बाढ़ का पानी जीटी रोड के बराबर आ चुका है। अगर गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी रहा तो मंगलवार सुबह तक डांडी में जीटी रोड पानी से डूब जाएगा। उधर पड़ाव-भूपौली मार्ग, पड़ाव-रतनपुर मार्ग, बहादुरपुर, कुंडाकला, कुंडा खुर्द, मलोखर, लेढ़ुआपुर, मवई कला, भोजपुर, रतनपुर, चौरहट सहित अन्य गांवों में बाढ़ के पानी से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोग खुद को बचाने के साथ साथ अपने सामानों की सुरक्षा में भी जुटे हुए हैं। प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए नाव से लोगों से राहत मिल रही है। नाव के माध्यम से लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित आ जा पा रहे हैं। घर में रहे कपड़े, अनाज व अन्य खराब होने वाले सामान को लोग छत पर रखकर प्लास्टिक वगैरह से ढांक रहे हैं ताकि सुरक्षित रहे।

राहत शिविर में बढ़ रही संख्या

प्रशासन द्वारा बनाई गई प्रशासन शिविरों में तेजी से संख्या बढ़ रही है। शिविरों में चिकित्सा की सुविधा के साथ साथ सुबह का नाश्ता व दो समय का भोजन भी पीड़ितों को उपलब्ध कराया जा रहा है लेकिन जिस तरह से शिविर में संख्या बढ़ रही है, उसको देखते हुए शासन को और भी शिविरों की व्यवस्था करानी होगी। इसके अलावा उन लोगों की भी मदद करनी होगी जो अभी घरों में फंसे हैं, उनके लिए भी चिकित्सकीय सुविधा व खाद्य सामाग्री उपलब्ध कराना पड़ेगा। राहत शिविर में चौरहट के प्रधान पति नसीम खान द्वारा जनरेटर की व्यवस्था कराई है। वहीं भाजपा नेता विष्णुकांत अग्रवाल द्वारा सुबह का नाश्ता तो शिवशंकर पटेल द्वारा सायंकालीन भोजन की व्यवस्था कराई गई है।पूर्व सांसद ने बाढ़ इलाकों का किया दौरा

पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। कुंडाकला व कुंडाखुर्द में गंगा कटान व गंगा जलस्तर में वृद्धि को देखने को पहुंचे जहां लोगों ने उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया। उन्होंने प्रशासन से बात कर सभी को राहत पहुंचाने की व्यवस्था की। इसके अलावा वे बाढ़ चौकियां व राहत शिविर में भी पहुंचे। वहां की व्यवस्था देखने के उपरांत उन्होंने जिलाधिकारी से वार्ता की और पर्याप्त राहत व सुविधा देने की बात कही। कुछ पीड़ित लोगों के घर भी वे पहुंचे। अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस मुसीबत की घड़ी में सभी लोग मिलकर लोगों की सेवा करें।

राहत न मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने किया प्रदर्शन

बाढ़ग्रस्त रौना, कुरहना, कैली सहित अन्य गांवों में जिम्मेदार अधिकारियों के न पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। बाढ़ से पीड़ित ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि गंगा के विकराल रूप से तटवर्ती गांवों में हाहाकर मचा हुआ है। बिजली, पानी, फसल आदि के लिए ग्रामीण परेशान हैं। डीएम के आदेश के बावजूद लेखपाल व विभागीय अधिकारी क्षेत्र का दौरा नहीं कर रहे हैं। चेताया कि अगर अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के उपाय नहीं कराए गए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

आज से अग्रेसन सेवा समिति भी लगाई राहत शिविर

अग्रेसन सेवा समिति के लोगों ने बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए निर्णय लिया कि मंगलवार से पड़ाव चौराहे के समीप बाढ़ राहत शिविर की व्यवस्था कराई जाएगी। इसमें पीड़ितों के नाश्ते व भोजन का प्रबंध होगा। इसके अलावा चिकित्सकों की टीम उपचार के लिए अपने संसाधन के साथ उपलब्ध रहेगी। आवश्यकता पड़ेगी तो लोगों के रहने के लिए अलग से व्यवस्था भी कराई जाएगी। बैठक में विष्णुकांत अग्रवाल, मुरारी लाल अग्रवाल, सुभाष तुलस्यान, घनश्याम अग्रवाल, डा. राजीव, डा. विष्णु आनंद, गुड्डू गुप्ता, दिलीप शाह आदि उपस्थित थे।


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