स्वतंत्रता आंदोलन में मंत्र साबित हुआ वंदेमातरम
मुगलसराय(चंदौली) : अस्मिता नाट्य व सामाजिक संस्था की ओर रविवार को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की 178वीं
मुगलसराय(चंदौली) : अस्मिता नाट्य व सामाजिक संस्था की ओर रविवार को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की 178वीं जयंती सुभाष पार्क में मनाई गई। इस दौरान उनके कृतित्व पर चर्चा की गई। इस अवसर पर शिवेंद्र लाल चक्रवर्ती व अन्य ने बंकिम चंद्र द्वारा रचित राष्ट्रगान का पाठ किया।
इस अवसर पर ऋषि चट्टोपाध्याय के जीवन पर चर्चा करते हुए मुख्य अतिथि व्यापार मंडल के अध्यक्ष रमेश जायसवाल ने कहा कि उनके द्वारा रचित पुस्तक आनंद मठ देशभक्ति पर आधारित पुस्तक सभी घरों में होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि वीके वर्मा ने कहा कि बंकिम चंद्र द्वारा रचित वंदेमातरम गीत एक मंत्र की तरह भारतवासियों को अंग्रेजों के चुंगल से मुक्त करने में काफी मददगार साबित रही। अध्यक्षता करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डा. रामप्रकाश शाह ने कहा कि वंदेमातरम ही वह मंत्र है जिसे बोलकर स्वतंत्रता सेनानी हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ जाते थे। आज भी इस मंत्र को अपनाकर हम सबको समाज की बुराई को खत्म करना होगा। कहा कि ऋषि बंकिम चंद्र से एक बार फिर सभी को सीख लेने की आवश्यकता है। उन्होंने वंदेमातरम गीत के माध्यम से राष्ट्र भक्ति का एक मंत्र समाज को दिया।
इस अवसर पर शैलेंद्र श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, विजय गुप्ता, राकेश यादव, दाउ गोंड, सुबोध सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद अग्रहरि ने किया।