सूबे में धान उत्पादन में चंदौली का दूसरा स्थान
चंदौली : लगातार सूखे की मार झेल रहे धान के कटोरे में रहने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। तमाम
चंदौली : लगातार सूखे की मार झेल रहे धान के कटोरे में रहने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। तमाम झंझावातों के बावजूद खरीफ की प्रमुख फसल धान के उत्पादन में जिला सूबे में दूसरे नंबर पर है। पहला स्थान शाहजहांपुर का है। जिले में 113.922 हेक्टेयर में बोई गई धान की फसल में 30.85 कुंतल प्रति हेक्टेअर का रिकार्ड उत्पादन हुआ।
जनपद के किसान तीन वर्ष से प्रकृति की मार झेल रहे हैं। औसत से कम बारिश के बीच ¨सचाई के संसाधन भी किसानों का साथ नहीं देते। वहीं फसल तैयार होने की स्थिति में मौसम की प्रतिकूलता, ओलावृष्टि व तापमान की अधिकता से फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। बावजूद इसके खरीफ 2015-16 में धान उत्पादन में जिले को अच्छी उपलब्धि प्राप्त हुई और 351.449 मैट्रिक टन उत्पादन हुआ। इसमें सुगंधित धान 1.450 कुंतल प्रति हेक्टेयर व संकर प्रजाति के धान का उत्पादन 8.800 हेक्टेअर रहा। खरीफ के चालू सीजन वर्ष 2016-17 में कृषि विभाग की ओर से 116.080 हेक्टेयर में 420.301 मैट्रिक टन उत्पादन व 36.21 उत्पादकता का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
लक्ष्य के सापेक्ष उत्पादन की उम्मीद
उपनिदेशक कृषि आरके ¨सह ने कहा कि खरीफ के चालू सीजन में मौसम अनुकूल रहा तो निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष धान के उपज की उम्मीद है। किसान जून माह के प्रथम पखवारे में धान की नर्सरी डाल दें ताकि समय से रोपाई का कार्य किया जा सके।