डा. कलाम ने देश के लिए निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
चंदौली : पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर मंगलवार को जनपद में जहां विभिन्न संगठनों
चंदौली : पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर मंगलवार को जनपद में जहां विभिन्न संगठनों द्वारा शोक संवेदना व्यक्त की गई। सभी ने एक स्वर से कहा कि डा. कलाम ने देश के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में अवकाश के चलते सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि इस दौरान बच्चों में छुट्टी को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही। विद्यालय आने के बाद बच्चों को घर लौटना पड़ा। वहीं मुख्यालय स्थित सरकारी कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी आम दिनों की तरह अपने कार्य में तल्लीन रहे।
दरअसल पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर अधिकारिक तौर पर अवकाश की घोषणा नहीं होने से सुबह होते ही बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में जुट गए। स्कूल पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि विद्यालय बंद है। खासकर गैर सरकारी विद्यालयों के बच्चों को इस दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल वाहनों के नहीं आने से बच्चों को पैदल ही घर पहुंचना पड़ा। वहीं मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट, विकास भवन, समाज कल्याण, खंड विकास कार्यालय सहित अन्य स्थानों पर स्थित सरकारी कार्यालयों में आम दिनों की तरह काम-काज चलता रहा।
इस दौरान कई स्थानों पर विभिन्न संगठनों द्वारा पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। लोगों का कहना रहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान किया।
सोशल मीडिया पर दी शोक संवेदना
राष्ट्रपति के निधन पर सोशल मीडिया फेसबुक व वाहट्सएप पर शोक संवेदना का तांता लगा रहा है। सभी ने राष्ट्रपति के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की। किसी ने मिसाइल मैन तो किसी ने युग पुरूष की संज्ञा दी। इस दौरान उनके जीवन पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
भारतीय रक्षा दल ने मनाया शोक
भारतीय रक्षा दल जिला इकाई की ओर से पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक सभा आयोजित कर दो मिनट का मौन रख शोक संवेदना व्यक्त की गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश ने पूर्व राष्ट्रपति ने देश के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर अखिलेश पांडे, शैलेश कुमार, संजय विश्वकर्मा, अशोक, मनोहर ¨सह सहित दल के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर चहुंओर शोक
चकिया (चंदौली): भारत के 11 वें राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन की खबर लगते ही राष्ट्रीय शोक में तहसील क्षेत्र के विभिन्न सरकारी, अर्द्ध सरकारी कार्यालयों में तिरंगे झंडे मंगलवार को झुका दिए गए। स्कूल कालेजों में अवकाश घोषित कर शोक सभा आयोजित की गई। वही विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने बैठक कर शोक संवेदना व्यक्त की।
एसडीएम, तहसीलदार, ब्लाक, अस्पताल समेत अन्य सरकारी कार्यालयों व अर्द्ध सरकारी कार्यालय अवकाश घोषित कर दिया गया। सावित्री बाई फूले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य डा. रामसूरत की अध्यक्षता में शोक संवेदना जताई गई। वही दूसरी ओर डालिम्स सनबीम स्कूल, सिल्वर वेल्स कांवेंट स्कूल, स्व. रामविलास शिक्षण संस्थान सिकंदरपुर, महर्षि अर¨वद शिक्षण संस्थान, कमती कला, बाबा जागेश्वर नाथ महाविद्यालय हेतिमपुर, संस्कार शिक्षण संस्थान पिपरियां में प्रबंधक क्रमश: डा. विवेक प्रताप ¨सह, प्रभात जायसवाल, श्याम जी ¨सह, नंदलाल पांडेय, रामआसरे ¨सह, संतोष कुमार ¨सह की अध्यक्षता में शोक संवेदना व्यक्त की गई।
वहीं एकल विद्यालय की जिला आरोग्य प्रशिक्षिका प्रतिभा ¨सह की अध्यक्षता में शोक सभा के माध्यम से पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विजय त्रिपाठी के आवास नीबी गांव में शोक सभा आयोजित कर पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व व कृत्तिव पर चर्चा की गई।
नौगढ़, इलिया, शहाबगंज, शिकारगंज प्रतिनिधियों के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति व वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर शोक सभा आयोजित कर स्कूल कालेज में अवकाश घोषित कर दिया गया।