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सड़क निर्माण में धांधली, ग्रामीणों में रोष

कमालपुर (चंदौली) : गांवों के विकास को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा छोटे लोहिया पंडित जनेश्वर के

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 09:59 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 09:59 PM (IST)
सड़क निर्माण में धांधली, ग्रामीणों में रोष

कमालपुर (चंदौली) : गांवों के विकास को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा छोटे लोहिया पंडित जनेश्वर के नाम पर चलाई गई योजना के तहत जनेश्वर मिश्र ग्राम चयनित करके विकास कार्य कराया जा रहा है।

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इस योजना के तहत सैयदराजा विधायक मनोज कुमार ¨सह के प्रस्ताव पर वर्ष 2015-16 में धानापुर विकास खंड के ग्राम पंचायत अहिकौरा व बसगांवा का चयन किया गया है। इन गांवों में मंडी समिति वाराणसी द्वार अवमुक्त धनराशि से सीसी रोड बनाया जा रहा है। इसमें चयनित ठेकेदार द्वारा विभाग से तय मानक को अहिकौरा गांव में तार तार कर दिया गया है। वहीं बसगांवा गांव में चल रहे कार्य से ग्रामीण काफी संतुष्ट है।

अहिकौरा गांव में सीसी रोड का छोटे छोटे टुकड़ों में चार स्थानों पर निर्माण कार्य हो रहा है। इन स्थानों पर किए गए निर्माण कार्य से ग्रामीण काफी असंतुष्ट है। अहिकौरा गांव निवासी हेमंत ¨सह, चंद्रभान कुशवाहा, पूनवासी यादव, मुकेश पासवान सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार सड़क निर्माण में मानक की धज्जियां उड़ा रहा है। सड़क का जो मानक बना है, उसके विपरीत कार्य कराया जा रहा है।

यहीं नहीं कई स्थानों पर बगल में दीवार नहीं बनाया गया है और कहीं बनवाया गया है तो वहां खड़ंजा की पुरानी ईंट ही उखाड़ कर बना दिया गया है। ग्रामीणों ने मंडी समिति के सचिव को इस बाबत अवगत कराकर निर्माण कार्य सहीं ढंग से कराने की मांग की है।

क्या है मानक

मंडी समिति के सचिव नंद किशोर पाठक ने बताया कि सड़क निर्माण में जहां खड़ंजा है। वहां एक कोड गिट्टी डालना है और जहां पर नहीं है। वहां दो कोड गिट्टी डालने के बाद चार इंच मोटी सीसी करना है। इसमें एक सीमेंट, तीन बालू और चार गिट्टी का प्रतिशत है। इस मानक के तहत कार्य नहीं कराया गया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

क्या कहते हैं अधिकारी

मंडी समिति वाराणसी के अवर अभियंता केएल श्रीवास्तव ने बताया कि गांव में कहां-कहां सड़क बनेगी इसका प्रस्ताव विधायक द्वारा दिया जाता है। जो मानक बना है, उसके तहत कार्य यदि ठेकेदार नहीं करता है तो उसके बिल में कटौती होगी। दोनों गांव में 40-40 लाख रुपये विभाग द्वारा अवमुक्त किया गया है।


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