बालिकाओं की हिफाजत का लिया संकल्प
चकिया (चंदौली): बालक व बालिका में अंतर नहीं रखना चाहिए। बालिका भू्रण की हिफाजत करना जितना मां का दाय
चकिया (चंदौली): बालक व बालिका में अंतर नहीं रखना चाहिए। बालिका भू्रण की हिफाजत करना जितना मां का दायित्व है उतना ही पिता का भी है। यह बाते नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर आयोजित बालिका दिवस पर वक्ताओं ने कही।
कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य पूरी तरह से बालिका की रक्षा करना है। शिक्षित व स्वस्थ बालिका ही बेहतर समाज व देश का निर्माण करने में सक्षम होती है। बालिकाओं को शिक्षित करने की बेहद जरूरत है। जिस प्रकार कन्या भ्रूण के प्रति लोगों की धारणा बनी हुई है उससे निजात पाने के लिए शिक्षा की सख्त जरूरत है। गोष्ठी में दहेज जैसी कुप्रथा से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही दहेज नहीं लेने व देने के बाबत शपथ दिलाई गई। संगोष्ठी में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. पीके कश्यप, एआरओ डा. विनोद गुप्ता, चंद्रशेखर रमन, अखिलेश यादव, संतोष कुमार आदि स्वास्थ कर्मी समेत काफी संख्या में छात्राएं उपस्थित थी।