शहाबगंज में सिंचाई व्यवस्था है फेल
चंदौली : नहरों से टेल तक पानी नहीं पहुंचने से क्षुब्ध किसान विकास मंच के लोगों ने सोमवार को जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा। किसानों ने बताया कि नहर होने के बाद भी वे डीजल पंपों से सिंचाई करने पर मजबूर हैं। सरकारी नलकूप, लिफ्ट कैनाल, नरायनपुर, भूपौली पंप कैनाल, कर्मनाशा व चंद्रप्रभा सिस्टम की सभी नहरें सिंचाई के मामले में फ्लाप हैं।
जानकारी दी कि नहरों से टेल तक पानी पहुंचाने के लिए किसान महीनों से सिंचाई विभाग का चक्कर काट रहे हैं लेकिन अधिकारी कुछ नहीं कर रहे हैं। शहाबगंज ब्लाक का बेन रजवाहा का पानी कमांड एरिया की आधी सिंचाई तक नहीं करा सका। निचोट, बटौवा, भुड़कुड़ा, खिलची, बरियारपुर, रोहाखी, खखड़ा, कुशहां और धरौली के किसानों को रोपाई में न तो नहर का पानी नसीब हुआ, न आज तक फसल की सिंचाई के काम आया। लेहरा खास में पहाड़पुर, घोड़सारी, मसोई, इमिलिया, भसहिया, पचपरा, कैराय गांव, जैगुरी, गोविंदीपुर शाख पर, भोड़सर, परासी, मानिकपुर, सवैया आदि गांवों में फसल सूखने के कगार पर है।
जिला प्रशासन अगर टेल के गांवों तक पानी नहीं पहुंचाता है तो किसान नहर पाटने, रोड जाम करने, अनिश्चितकालीन धरना और सरकारी कार्यालयों में तालाबंदी करेंगे। साइफन, छलके, रेगुलेटर आदि की मरम्मत किसान चंदे के पैसे से करते हैं। इस मौके पर जैराम सिंह, दामोदर सिंह, जमुना सिंह, गिरीशनंदन, याहिया खां, महानंद पांडेय, श्याम लाल मौर्य, रामअवध, राजेश्वर, शमशेर सिंह, प्रेम नारायण सिंह, हरिहर सिंह आदि मौजूद थे।